बिपोरजोय का सामना करने की क्या है तैयारी? जानें रेड अलर्ट से जुड़ी हर छोटी-बड़ी बात

चक्रवात बिपोरजोय ने उत्तर-पूर्व दिशा में अपना रास्ता जारी रखा है, इसके गुरुवार शाम कच्छ के तट पर पहुंचने की उम्मीद है. आईएमडी के अनुसार बिपोरजोय जखाऊ बंदरगाह से लगभग 170 किमी दूर है. चक्रवात के आने की चेतावनी देते हुए सौराष्ट्र और कच्छ तटों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है.

Written by - IANS | Last Updated : Jun 15, 2023, 05:51 PM IST
  • बिपोरजोय के प्रभाव का सामना करने को कच्छ तैयार
  • चक्रवात की वजह से भारी बारिश और तेज हवाएं
बिपोरजोय का सामना करने की क्या है तैयारी? जानें रेड अलर्ट से जुड़ी हर छोटी-बड़ी बात

नई दिल्ली: चक्रवात बिपोरजोय ने उत्तर-पूर्व दिशा में अपना रास्ता जारी रखा है, इसके गुरुवार शाम कच्छ के तट पर पहुंचने की उम्मीद है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने भविष्यवाणी की है कि कच्छ जिले में चक्रवात की वजह से भारी बारिश होगी व तेज हवाएं चलेंगी.

कच्छ तटों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया
आईएमडी के अनुसार बिपोरजोय जखाऊ बंदरगाह से लगभग 170 किमी दूर है. चक्रवात के आने की चेतावनी देते हुए सौराष्ट्र और कच्छ तटों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है. आईएमडी ने भविष्यवाणी की है कि चक्रवात गुरुवार शाम जखाऊ पोर्ट के पास लैंडफॉल करेगा. अधिकारियों ने निवासियों को चक्रवात से जुड़े संभावित जोखिमों के बारे में सतर्क किया है.

गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने चक्रवात प्रभाव के लिए तैयारियों और प्रतिक्रिया योजनाओं का आकलन करने के लिए आज सुबह गांधीनगर में राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र में एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की. सरकार चक्रवात के संभावित प्रभाव को कम करने और निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आईएमडी के साथ मिलकर काम कर रही है.

अधिकारियों ने पूरी कर ली हैं आवश्यक तैयारियां
जामनगर हवाई अड्डे पर सभी उड़ानें निलंबित कर दी गई हैं. चक्रवात से निपटने के लिए हवाई अड्डे के अधिकारियों ने आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली हैं. एयरमेन को नोटिस जारी किया गया है कि 16 जून दोपहर 1:30 बजे तक सभी उड़ाने निलंबित रहेंगी.

अब तक 94,000 से अधिक लोग सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं. राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा है और बचाव कार्यों का समन्वय कर रहा है. महानिरीक्षक (आईजी) एन.एस. बुंदेला ने जीवन की सुरक्षा के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को उजागर करते हुए यह अपडेट प्रदान किया.

चक्रवात बिपोरजोय पर क्या बोले एनडीआरएफ महानिदेशक
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के महानिदेशक (डीजी) अतुल करवाल ने बृहस्पतिवार को कहा कि गुजरात में समुद्री चक्रवात बिपोरजोय के संभावित खतरे को देखते हुए तटीय क्षेत्रों से लगभग एक लाख लोगों को निकालकर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है. उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ सहित अन्य एजेंसियां यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही हैं कि चक्रवात से जान-माल का कम से कम नुकसान हो.

करवाल ने कहा कि चक्रवात के मद्देनजर मछली पकड़ने वाली नौकाओं को तटों पर खड़ा कर दिया गया है, बड़े जहाजों को गहरे समुद्र में भेज दिया गया है, चार हजार से अधिक होर्डिंग को हटा दिया गया है और नमक मजदूरों एवं गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित जगहों पर ले जाया गया है. एनडीआरएफ महानिदेशक ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ने देश के उत्तरी, पूर्वी और दक्षिणी हिस्से में अपनी 15 टीम को अलर्ट पर रखा है, ताकि जरूरत पड़ने पर उन्हें हवाई मार्ग से गुजरात व महाराष्ट्र लाया जा सके तथा प्रभावित क्षेत्रों में चक्रवात संबंधी राहत एवं बचाव कार्यों के लिए तैनात 33 दलों को मदद उपलब्ध कराई जा सके.

करवाल के मुताबिक, चक्रवाती तूफान की दस्तक और तेज हवाओं के साथ होने वाली भारी बारिश से गुजरात के सबसे ज्यादा प्रभावित होने की आशंका के मद्देनजर राज्य में एनडीआरएफ के 18 दल तैनात किए गए हैं. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, ‘बिपोरजोय’ के बृहस्पतिवार शाम अधिकतम 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तेज हवाओं के साथ एक ‘बहुत गंभीर’ चक्रवाती तूफान (वीएससीएस)’ के रूप में जखौ बंदरगाह के पास टकराने का अनुमान है. करवाल ने गुजरात सरकार के अधिकारियों द्वारा साझा की गई सूचना के आधार पर दिल्ली में संवाददाताओं को बताया कि राज्य के तटीय क्षेत्रों और निचले इलाकों से बृहस्पतिवार सुबह नौ बजे तक लगभग एक लाख लोगों को निकाला गया.

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