नई दिल्लीः कोरोना लॉकडाउन के बीच जहां लोग घरों में हैं तो वहीं अपराध के मामले भी कम हुए है, लेकिन इन पूरी तरह रोक नहीं लग पाई है. बल्कि कई जगहों पर लोगों ने कोरोना में पुलिस की व्यवस्तता का ही फायदा उठाने की कोशिश की. बिहार में तो आपराधिक मामलों में कई कमी नहीं आई है.
यहां खुलेआम गोलीबारी और जानलेवा हमले किए जा रहे हैं. गुरुवार को बिहार में तीन अलग-अलग स्थानों पर गोलीबारी हुई. वहीं उत्तर प्रदेश में बुधवार को मुजफ्फरनगर में पुलिस पर हमला किया गया.
बिहार में प्रशासनिक चुस्ती पर सवाल
कोरोना महामारी को लेकर जहां पूरे देश में लॉकडाउन की स्थिति है, वहीं बिहार में अपराध की घटनाओं में कमी नहीं आ रही है. गुरुवार को सूबे के तीन अलग-अलग शहरों में अपराधियों ने गोलीबारी की घटना को अंजाम दिया. इस दौरान एक पुलिस कांस्टेबल समेत दो युवकों को गोली मार दी गई. गोलीबारी की इस घटना ने एक बार फिर से प्रशासनिक चुस्ती पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
आपसी विवाद में गोली मारी
अपराध की पहली घटना सिवान की है, जहां आपसी विवाद में कृष्णा नामक युवक की गोली मार दी गई. घटना सिवान के नगर थाना क्षेत्र के मौलश्री चौक के पास की है. युवक को सिर में गोली लगी है, जिसके बाद उसे इलाज के लिए पीएमसीएच पटना रेफर कर दिया गया है.
गोलीबारी की दूसरी घटना नालंदा जिले की है जहां के हिलसा थाना क्षेत्र अंतर्गत गांव में अपराधियों ने दिनदहाड़े युवक को गोली मार दी. गंभीर स्थिति में जख्मी युवक को इलाज के लिए पटना रेफर किया गया है.
पुलिसकर्मी को गोली मार किया जख्मी
इससे पहले गुरुवार की सुबह ही अपराधियों ने सहरसा में ड्यूटी करने जा रहे एक सिपाही को गोली मार दी. जख्मी सिपाही का नाम संतोष कुमार सुमन है जो ड्यूटी के लिए पुलिस लाइन जा रहे थे. इसी दौरान उन पर हमला करते हुए उनको गोली मार दी गई.
गोलीबारी की घटना में घायल सिपाही की स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है. मामले की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस जांच में जुटी है. बिहार के तीन अलग-अलग शहरों में हुई गोलीबारी की इस घटना में पुलिस के हाथ अभी तक खाली हैं.
तबलीगी जमात के इन 10 'गुनाहों' का अंजाम भुगत रहा है देश
मुजफ्फरनगर में पुलिस पर किया हमला
बुधवार को उत्तर प्रदेश में लॉकडाउन के बीच पुलिस पर हमला किए जाने की घटना सामने आई है. यहां थाने के दरोगा और एक अन्य पुलिसकर्मी पर पथराव किया गया. सामने आया कि एक घर के युवक बाहर खड़े थे और लॉकडाउन का उल्लंघन कर रहे थे.
इस पर पुलिस ने उन्हें अंदर जाने को कहा तो वे बहस करने लगे और फिर हाथापाई पर उतर आए. बताया गया कि इस हमले में महिलाओं ने भी साथ दिया. हमले का आरोप पूर्व प्रधान के परिवार पर है.
मुजफ्फरनगरः घर के बाहर खड़े थे युवक, अंदर जाने को कहा तो पुलिस पर कर दिया हमला