Thailand Travel News: भारतीय यात्रियों के लिए थाईलैंड अब और भी आकर्षक बन गया है. नवंबर 2023 में वीजा-फ्री एंट्री लागू होने के बाद से इस सुविधा को नवंबर 2024 तक बढ़ाया गया और अब इसे अनिश्चित काल तक बढ़ा दिया गया है.
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Thailand Travel News: भारतीय यात्रियों के लिए थाईलैंड अब और भी आकर्षक बन गया है. नवंबर 2023 में वीजा-फ्री एंट्री लागू होने के बाद से इस सुविधा को नवंबर 2024 तक बढ़ाया गया और अब इसे अनिश्चित काल तक बढ़ा दिया गया है. इसका असर यह हुआ है कि दिसंबर में कई नई एयरलाइंस भारत और थाईलैंड के बीच उड़ानें शुरू कर रही हैं. इनमें थाई विएटजेट और नॉक एयर जैसी नई एयरलाइंस शामिल हैं. जबकि एयर इंडिया एक्सप्रेस सूरत और पुणे से बैंकॉक के लिए उड़ानें शुरू करने जा रही है.
हवाई यात्रा में जबरदस्त बढ़ोतरी
एविएशन डेटा कंपनी सिरियम के आंकड़ों के अनुसार जनवरी 2023 से लेकर जनवरी 2024 तक भारत-थाईलैंड रूट पर 110 वीकली उड़ानों की वृद्धि हुई है. इससे दोनों देशों के बीच हर हफ्ते करीब 19,848 अतिरिक्त सीटें उपलब्ध हो गई हैं. अब भारत के 18 शहर सीधे तौर पर थाईलैंड के तीन हवाई अड्डों (बैंकॉक के सुवर्णभूमि और डॉन मुएंग, और फुकेट) से जुड़े हुए हैं. हालांकि, भारतीय एयरलाइंस ने अब तक थाईलैंड के छोटे शहरों तक पहुंचने की कोशिश नहीं की है. यह नए अवसरों के लिए एक संभावित क्षेत्र हो सकता है.
भारतीय यात्रियों ने बना दिया रिकॉर्ड
थाईलैंड की पर्यटन प्राधिकरण के अनुसार अक्टूबर 2024 तक 16.4 लाख भारतीय पर्यटक थाईलैंड पहुंच चुके हैं. शादी के सीजन, हनीमून यात्राओं और साल के अंत में छुट्टियों के कारण यह संख्या जल्द ही 19.6 लाख (प्राकृतिक COVID से पहले) को पार कर सकती है.
नई एयरलाइंस और रूट्स
भारत-थाईलैंड रूट पर 110 नई उड़ानों में से 91 नई एयरलाइंस या नए शहर-रूट्स द्वारा संचालित हैं. इनमें थाई विएटजेट, नॉक एयर, थाई एयरएशिया और थाई लायन एयर जैसी एयरलाइंस शामिल हैं. भारतीय एयरलाइंस भी इस प्रतिस्पर्धा में पीछे नहीं हैं. इंडिगो ने 36 वीकली उड़ानें जोड़ी हैं, जिसमें पुणे से बैंकॉक जैसे नए रूट और मेट्रो शहरों से उड़ानों की संख्या बढ़ाई गई है. वहीं, एयर इंडिया एक्सप्रेस सूरत और पुणे जैसे टियर-2 शहरों से भी उड़ानें शुरू कर रही है.
भारतीय एयरलाइंस की भागीदारी
भारतीय एयरलाइंस इस रूट पर 42% उड़ानें संचालित करती हैं और कुल सीटों में 39.8% का योगदान देती हैं. इंडिगो 84 साप्ताहिक उड़ानों के साथ मार्केट लीडर है, जबकि थाई एयरवेज 82 उड़ानों के साथ दूसरे स्थान पर है. सीटों की संख्या के मामले में थाई एयरवेज पहले स्थान पर है, क्योंकि यह बड़े विमान (वाइड-बॉडी एयरक्राफ्ट) का उपयोग करती है.
चीन से तुलना में भारत अभी पीछे
थाईलैंड ने हमेशा से चीनी पर्यटकों पर काफी निर्भरता रखी है. हालांकि, COVID के बाद चीन के धीमे खुलने के कारण थाईलैंड ने भारतीय यात्रियों को आकर्षित करने की रणनीति अपनाई. भारत और थाईलैंड के बीच अब 369 साप्ताहिक उड़ानें और 73,422 सीटें उपलब्ध हैं, जबकि चीन-थाईलैंड रूट पर 1,173 उड़ानें और 2,12,271 सीटें हैं. फिर भी भारत-थाईलैंड कनेक्टिविटी में COVID से पहले के समय की तुलना में 14% की वृद्धि देखी गई है. जबकि चीन-थाईलैंड रूट पर 8% उड़ानें और 13% सीटें कम हैं.
फुकेट बना नई पसंद, मालदीव पीछे
क्लियरट्रिप के आंकड़ों के अनुसार, फुकेट के लिए बुकिंग में साल दर साल 2.3 गुना वृद्धि हुई है. भले ही एयरफेयर बढ़ा हो, लेकिन यह पिछले साल के मुकाबले 16% कम है. फुकेट अब मालदीव की जगह भारतीय यात्रियों के बीच पसंदीदा बन रहा है, जहां पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट आई है.
नए वीजा नियम और बढ़ता बाजार
भारत और थाईलैंड के बीच द्विपक्षीय उड़ानों पर पुनर्विचार की रिपोर्ट्स आई हैं. दोनों देश उड़ान अधिकारों का पूरा उपयोग कर रहे हैं और इन्हें बढ़ाने की संभावना भी है. यह देखना दिलचस्प होगा कि भविष्य में इस रूट पर कितनी और उड़ानें जुड़ेंगी.