Most Polluted City in World: प्रदूषण आज के दौर की सबसे बड़ी समस्या बनता जा रहा है. भारत के पड़ोस में एक शहर ऐसा है, जहां लाखों आदमी प्रदूषण की वजह से खांसने को मजबूर हैं. वहां का AQI लेवल 708 पहुंच गया है.
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Which is the Most Polluted City: सर्दियों की आहट के साथ ही पूरा दिल्ली-एनसीआर एक बार फिर प्रदूषण की भयंकर चपेट में आ गया है. दिल्ली में मंगलवार को AQI 268 रिकॉर्ड किया गया, जिसे खराब श्रेणी में माना जाता है. हर साल होने वाली इस समस्या का स्थाई निराकरण न करने के लिए लोग सरकारों को कोस रहे हैं. लेकिन क्या अकेले इस क्षेत्र के लोग ही प्रदूषण से बेहाल है. पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान का इस मामले में हाल कैसा है. इस बार में सामने आई रिपोर्ट ने शहबाज शरीफ सरकार के माथे को शर्म से झुका दिया है.
लाहौर में 708 तक पहुंचा AQI
पाकिस्तान न्यूज वेबसाइट डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के लाहौर शहर में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 708 तक पहुंच गया है. इसके साथ ही वह एक बार फिर प्रदूषण के मामले में दुनिया में नंबर एक बन गया है. रिपोर्ट के अनुसार, लाहौर की हवा में इस वक्त पीएम2.5 का लेवल 431 ug/m3 तक पहुंच गया है, जो WHO की सेफ लिमिट से 86 गुना ज्यादा है. इसकी वजह से लाहौर में रहने वाले लाखों लोगों की सेहत खतरे में पड़ती जा रही है.
एक्सपर्टों का कहना है कि लाहौर में गंभीर प्रदूषण को अब मौसमी कहकर खारिज नहीं किया जा सकता है. वहां पर गर्मी के महीनों में भी अब खतरनाक धुआं बना रहता है, जो पर्यावरण का ढंग से संरक्षण नहीं करने की वजह से होता है. बताया जा रहा है कि लाहौर में प्रदूषण की इस गंभीर स्थिति के लिए संकट सिर्फ पराली जलाना ही जिम्मेदार नहीं है बल्कि गाड़ियों से बेतहाशा निकलने वाला धुआं, फैक्ट्रियों से निकलने वाला धुआं भी इसके लिए जिम्मेदार है.
रात में बेलगाम हो जाता है प्रदूषण
लाहौर में कई इलाके तो ऐसे हैं, जिन्होंने प्रदूषण के मामले में दुनिया में रिकॉर्ड ही कायम कर दिया है. लाहौर के गुलबर्ग में AQI लेवल 953, पाकिस्तान इंजीनियरिंग सर्विसेज के पास 810 और सैयद मराताब अली रोड पर 784 तक पहुंच गया. दिलचस्प बात ये है कि लाहौर पाकिस्तान पंजाब सूबे की राजधानी है.
डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक लाहौर में 45 लाख मोटरसाइकिलें, दस लाख से अधिक कारें और कई कारखाने- ईंट भट्टे शामिल हैं, जिनसे बड़ी मात्रा में जहरीला धुआं निकलकर वायु मंडल में घुलता है. इनमें से कई कारखाने बिना किसी मानक के चल रहे हैं. वहां पर प्रदूषण का स्तर रात 11 बजे से सुबह 5 बजे के बीच चरम पर होता है. यह वो समय होता है, जब भारी मालवाहक ट्रक बड़ी मात्रा में जहरीला धुआं फैलाते हुए सड़कों से गुजरते हैं.
मरियम औरंगजेब ने जारी की चेतावनी
रिपोर्ट के अनुसार, सरकार ने स्वीकार किया है कि भारी ट्रकों की आवाजाही और चल रहे निर्माण के कारण रात के समय हवा की गुणवत्ता खराब हो जाती है. पंजाब सरकार का दावा है कि वह नए एयर मॉनिटर जोड़कर और रिपोर्टिंग में सुधार करके समस्या का समाधान किया जाएगा लेकिन अब तक इस दिशा में कारगर काम होता हुआ नजर नहीं आ रहा है. जिसकी वजह से लाहौर का प्रदूषण स्वास्थ्य लापरवाही का एक गंभीर उदाहरण बन गया है.
हालात से निपटने के लिए पंजाब सरकार में वरिष्ठ मंत्री मरियम औरंगजेब ने लाहौर के लोगों के लिए एक आपातकालीन चेतावनी जारी की है, जिसमें नागरिकों से मास्क पहनने और बाहरी गतिविधियों को सीमित करने का आग्रह किया गया है. हालांकि आलोचकों का तर्क है कि ऐसी सलाह खास कारगर नहीं होती है. लोग इन एडवाइजरी का उल्लंघन कर धड़ल्ले से फ़ैक्टरियां और भट्टियां चलाते रहते हैं और निर्माण कार्य जारी रहता है. जिससे हवा की गुणवत्ता और खराब हो जाती है.
(एजेंसी ANI)