Pakistan General Election 2024: पीटीआई कार्यकर्ताओं ने लगातार तीसरे दिन आठ प्रांतों और एक नेशनल असेंबली सीट पर संदिग्ध चुनावी हेरफेर के खिलाफ प्रदर्शन किया.
Trending Photos
Pakistan Politics: पाकिस्तान में 8 फरवरी को हुए आम चुनाव के बाद राजनीतिक तस्वीर उलझती जा रही है. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने 8 फरवरी को हुए आम चुनाव में कथित धांधली को लेकर पूरे देश में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है.
पीटीआई कार्यकर्ताओं ने पेशावर-इस्लामाबाद मोटरवे को ब्लॉक कर दिया. विरोध प्रदर्शन रविवार को शुरू हुआ था. मोटरवे टोल प्लाजा पर, पीटीआई कार्यकर्ताओं और समर्थकों का एक बड़ा दल इकट्ठा हुआ, जिसके बाद रविवार रात 12:00 बजे से यह रूट बंद कर दिया गया.
डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, पीटीआई कार्यकर्ताओं ने लगातार तीसरे दिन आठ प्रांतों और एक नेशनल असेंबली सीट पर संदिग्ध चुनावी हेरफेर के खिलाफ प्रदर्शन किया.
पंजाब के कई शहरों में विरोध-प्रदर्शन
पीटीआई ने पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के कई प्रमुख शहरों में 'वोटिंग के बाद बड़े पैमाने पर धांधली' के खिलाफ 'शांतिपूर्ण' विरोध प्रदर्शन शुरू किया था. हालांकि इसने कथित 'झूठे फ्लैग ऑपरेशन' का हवाला देते हुए इनमें से कुछ प्रदर्शनों को घंटों पहले ही रद्द कर दिया. लेकिन फिर भी, लाहौर सहित प्रांत के कई शहरों में प्रदर्शन हुए, जहां पुलिस ने प्रदर्शन के लिए आए दर्जनों पीटीआई समर्थकों को हिरासत में लिया.
‘विजयी उम्मीदवारों के घर पहुंची पुलिस’
स्थानीय पीटीआई नेतृत्व ने आरोप लगाया कि पुलिस कथित तौर पर रहीम यार खान में 8 फरवरी को चुनाव जीतने वाले पीटीआई द्वारा प्रायोजित सात स्वतंत्र उम्मीदवारों के घर पहुंची. पुलिस ने विजयी उम्मीदवारों को कथित तौर पर पीएमएल-एन में शामिल होने के लिए मजबूर करने का प्रयास किया.
इस बीच, सिंध में भी राजनीतिक दलों ने भी कथित चुनावी धांधली के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. पीटीआई ने एक बार फिर शहर में ईसीपी सिंध के मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया, जमात उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (जेयूआई-एफ) ने प्रांत में सड़क संपर्क को ब्लॉक कर दिया और जमात-ए-इस्लामी (जेआई) ने कराची के विभिन्न हिस्सों में धरना दिया.
पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ईसीपी) द्वारा रविवार तक घोषित परिणामों के अनुसार कुल 265 नेशनल असेंबली सीटों में से पीटीआई समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने 101 सीटें हासिल कीं. इसके बाद पीएमएल-एन को 75, पीपीपी को 54, एमक्यूएम को 17 और अन्य छोटी पार्टियों ने 17 सीटें जीतीं.
(इनपुट - एजेंसी)