Bangladesh Sadhu Arrest: बांग्लादेश में हिंदू लीडर चिन्मय दास को एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया गया है. बताया जा रहा है कि उन्हें राजद्रोह मामले में गिरफ्तार किया गया है. शेख हसीना की सरकार गिरने के बाद चिन्मय कृष्ण हिंदुओं के पक्ष में खड़े होने वाले बड़े नेताओं में से एक हैं. उनकी गिरफ्तारी के बाद हिंदू समुदाय में एक बार फिर गुस्सा पनप गया है.
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Bangladesh Sadhu Arrest: बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार की कहानी थमने का नाम नहीं ले रही है. हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा के बाद एक साधू को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. गिरफ्तार किए गए साधू का नाम चिन्मय दास बताया जा रहा है. चिन्मय को फर्जी राजद्रोह मामले में ढाका के हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया गया है. बांग्लादेश सनातन जागरण मंच के नेता चिनम्य इस साल 5 अगस्त को शेख हसीना के नेतृत्व वाली सरकार गिरने के बाद से हिंदुओं पर होने वाले हमलों के खिलाफ हाल ही में हुए विरोध प्रदर्शनों में सबसे आगे रहे हैं. अब उनकी गिरफ्तारी के बाद हिंदू समुदाय के लोग सड़कों पर उतर गए हैं.
इससे पहले चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी और कई अन्य के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज होने से बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के कुछ वर्गों में आक्रोश फैल गया था. ब्रह्मचारी ने हिंदू समुदाय के अन्य लोगों के साथ मिलकर 25 अक्टूबर को चटगांव के न्यू मार्केट चौराहे पर बांग्लादेश के राष्ट्रीय ध्वज के ऊपर भगवा झंडा फहराया था. 30 अक्टूबर को पुलिस ने उन पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया. खबरों के मुताबिक चटगांव मेट्रोपॉलिटन पुलिस के अतिरिक्त उपायुक्त (जनसंपर्क) काजी मोहम्मद तारेक अजीज ने कहा कि इस मामले के सिलसिले में राजेश चौधरी और हृदय दास नामक दो लोगों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है.
During the protest rally yesterday(13/09/2024) in #Chattragram, Sri Chinmay Krishna Das Prabhu of #ISKCON gave a historic speech.
In his speech, he said, “We are Hindu, we are the heir of Rishis, we are Aryaputra. We will fight till death. Hindus, be united. Be aware of the… pic.twitter.com/GthUnoaBEM
— Hindu Voice (@HinduVoice_in) September 14, 2024
छात्र आंदोलन के बाद हसीना को भारत भागना पड़ा, जिसके बाद न्यू मार्केट स्क्वायर पर लगाए गए एक पोल से राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया. सनातन जागरण मंच के 25 अक्टूबर के विरोध प्रदर्शन के दौरान ब्रह्मचारी और अन्य ने कथित तौर पर बांग्लादेश के झंडे के ऊपर भगवा झंडा लगाया. झंडे की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. इसके बाद भगवा झंडा हटा दिया गया. चार्जशीट में ब्रह्मचारी और अन्य पर राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करके देशद्रोह में शामिल होने का आरोप लगाया गया है. उनपर आरोप है कि उन्होंने देश की संप्रभुता को कमजोर करने और अशांति पैदा करने की कोशिश की है.
ब्रह्मचारी ने 25 अक्टूबर को चटगांव में हिंदुओं की नवीनतम सभा में कहा था,'अगर कोई हमें इस देश से बेदखल करना चाहता है और शांति से रहना चाहता है तो यह अफगानिस्तान या सीरिया बन जाएगा. कोई लोकतांत्रिक ताकत नहीं होगी.'
अपने नेता की गिरफ्तारी के खिलाफ हिंदू समुदाय के लोग गुस्से में आ गए हैं और एक बार फिर प्रदर्शन शुरू कर दिए हैं. राजधानी ढाका समेत कई जगहों से प्रदर्शन की खबरें आ रही हैं. सोमवार शाम को गिरफ्तारी के बाद से हिंदू समुदाय के लोगों ने ढाका में इकट्ठा होना शुरू कर दिया है. हालांकि प्रशासन उनके इस प्रदर्शन को नाकाम बनाने की तमाम कोशिशों में लगा हुआ है.