IPL Auction: क्रिकेट ग्राउंड में इस जगह भी लगा होता है कैमरा, रिकॉर्ड करता है हर एक एक्शन
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IPL Auction: क्रिकेट ग्राउंड में इस जगह भी लगा होता है कैमरा, रिकॉर्ड करता है हर एक एक्शन

IPL Auction 2025: आईपीएल मैच के दौरान स्टेडियम खचा-खच भरे होते हैं. जो लोग स्टेडियम नहीं जा पाते वे अपने घर में टीवी और फोन में मैच देखते हैं. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि टीवी पर मैच के दौरान आप बल्लेबाज के बल्ले से जो शॉट्स देखते उनको दिखाने में कितने कैमरे इस्तेमाल होते हैं. 

IPL Auction: क्रिकेट ग्राउंड में इस जगह भी लगा होता है कैमरा, रिकॉर्ड करता है हर एक एक्शन

क्रिकेट फैंस के लिए IPL यानी इंडियन प्रीमियर लीग किसी फेस्टिवल से कम नहीं होता. दुनिया भर के क्रिकेट लवर्स इसे देखते हैं. IPL 2025 के लिए खिलाड़ियों की नीलामी शुरू हो चुकी है. यह ऑक्शन साउदी अरब के जेद्दा में हो रहा है. इसमें अलग-अलग क्रिकेट टीमों के मालिक प्लेयर्स को अपनी टीम में शामिल करने की कोशिश करेंगे. भारत में आईपीएल का क्रेज देखते ही बनता है. आईपीएल मैच के दौरान स्टेडियम खचा-खच भरे होते हैं. जो लोग स्टेडियम नहीं जा पाते वे अपने घर में टीवी और फोन में मैच देखते हैं. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि टीवी पर मैच के दौरान आप बल्लेबाज के बल्ले से जो शॉट्स देखते उनको दिखाने में कितने कैमरे इस्तेमाल होते हैं. आइए आपको इसके बारे में बताते हैं. 

IPL मैच को कवर करते हैं कितने कैमरे?

IPL के दौरन एक क्रिकेट मैच को टेलीविजन पर रोमांचक तरीके से दिखाने करने के लिए कई सारे कैमरों का इस्तेमाल किया जाता है. सटीक संख्या स्टेडियम के साइज पर निर्भर करती है. लेकिन आमतौर पर एक क्रिकेट मैच में 40 से ज्यादा कैमरों का इस्तेमार किया जाता है. ये कैमरे स्टेडियम में अलग-अलग जगह पर लगाए जाते हैं, जो हर एक शॉट को कैप्चर करते हैं. ये कैमरे अलग-अलग एंगल के हर एक एक्शन को रिकॉर्ड करते हैं. 

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कैमरों के प्रकार और उनके काम

मैन कैमरा - यह मुख्य कैमरा होता है जो मैच के दौरान सबसे ज्यादा इस्तेमाल होता है. यह मैच के हर पल को कैप्चर करता है.
बाउंड्री कैमरा - ये कैमरे बाउंड्री लाइन के पास लगाए जाते हैं और बाउंड्री पर लगने वाले छक्के या चौके को क्लोज-अप में दिखाते हैं.
स्टंप कैमरा - यह कैमरा स्टंप के अंदर लगाया जाता है और बैट्समैन, विकेटकीपर और गेंद के बहुत करीब के सीन को दिखाता है.
स्पाइडर कैमरा - यह कैमरा मैदान के ऊपर से लटकता हुआ होता है और मैदान का एक वाइड एंगल व्यू प्रदान करता है.
अल्ट्रा स्लो-मोशन कैमरा - यह कैमरा मैच के धीमे गति वाले दृश्यों को कैप्चर करता है, जैसे कि गेंद को बल्ले से लगने का पल या स्टंपिग. 
अम्पायर कैमरा - यह कैमरा अम्पायर की टोपी में लगा होता है. यह एक अलग एंगल प्रदान करता है. 

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इतने कैमरों का इस्तेमाल क्यों किया जाता है?

दर्शकों को बेहतर अनुभव - अलग-अलग कैमरे दर्शकों को मैच के हर पल को करीब से देखने का मौका देते हैं. 
रिप्ले - अगर अम्पायर या टीमों को किसी फैसले पर शक होता है तो रिप्ले के लिए कैमरे के फुटेज का इस्तेमाल किया जाता है.
एनालिसिस - कैमरे के फुटेज का इस्तेमाल खिलाड़ियों और टीमों की परफॉर्मेंस को एनालिसिस करने के लिए किया जाता है.
ब्रॉडकास्ट - कैमरे के फुटेज का इस्तेमाल टेलीविजन पर मैच का प्रसारण करने के लिए किया जाता है.

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