Mahashivratri Vrat Katha: हिन्दू धर्म में हर महीने में शिवरात्रि का पर्व होता है जिसे मासिक शिवरात्रि कहा जाता है. वर्ष में एक बार महाशिवरात्रि का त्योहार मनाया जाता है. इस वर्ष यह पावन पर्व 8 मार्च दिन शुक्रवार को मनाया जाएगा.
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Mahashivratri 2024: हिन्दू धर्म में हर महीने में शिवरात्रि का पर्व होता है जिसे मासिक शिवरात्रि कहा जाता है. वर्ष में एक बार महाशिवरात्रि का त्योहार मनाया जाता है. इस वर्ष यह पावन पर्व 8 मार्च दिन शुक्रवार को मनाया जाएगा. एक बार सूत जी महाराज भ्रमण करते हुए नैमिषारण्य पहुंचे जहां शौनक ऋषि सहित हजारों ऋषि उपस्थित थे. ऋषियों ने उनसे शिवरात्रि व्रत के बारे में प्रश्न किया तो उन्होंने उसकी कथा और महात्म्य के बारे में जानकारी दी.
ग्रंथों में है शिवरात्रि की महिमा
शास्त्रों तथा अनेक प्रकार के धर्म ग्रंथों में शिवरात्रि व्रत को सबसे उत्तम बताया गया है. शिवरात्रि के इस व्रत की विभिन्न तीर्थों, कई प्रकार के दान, यज्ञ तप और जप आदि से भी इसकी तुलना नहीं की जा सकती है. जो व्यक्ति अखंडित रूप में इस व्रत को करता है उसकी सभी आकांक्षाएं पूरी होती है और जीवन को पूर्ण करने के बाद अंत में शिवलोक को प्राप्त होता है. स्कंद पुराण में शिव जी ने पार्वती जी से कहा, हे देवी जो मेरा भक्त शिवरात्रि में उपवास करता है उसे मैं अपना गण बना लेता हूं. ईशान संहिता में कहा गया है कि यह व्रत बारह या चौबीस वर्ष के पापों का नाश करता है.
यह है शिवरात्रि व्रत की कथा
एक धनवान व्यक्ति ने कुसंग वश अपना धन वैभव सब लुटा दिया और दर-दर भटकने लगा. पेट भरने के लिए परिश्रम करने के बजाय वह चोरी करने लगा. एक बार शिवरात्रि के दिन शिव मंदिर में गया जहां सौभाग्यवती स्त्री भक्तिपूर्वक पूजन में लीन थी. तब धनिक ने उसके आभूषण चुरा लिए. मंदिर में उपस्थित लोगों ने उसकी इस हरकत को देखा तो क्रुद्ध हो कर उसकी हत्या कर दी. वह चोर चार प्रहर से भूखा प्यासा रह कर जागता रहा था. इस तरह उसका व्रत हो गया और शिव जी ने उसे सद्गति प्रदान की.