Vastu Upay: ऋण अकेला कभी नहीं आता, अपने साथ, तनाव, बीमारी, लड़ाई-झगड़ों और मानसिक पीड़ा को भी साथ में लेकर आता है. यदि आप भी ऋणभार के इस बुरे दौर से गुजर रहे हैं, तो इन समस्याओं से निजात पाने के लिए नियमित रूप से गणपति जी का ध्यान लगाना शुरू करें.
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Vastu Upay By Shashishekhar Tripathi: कर्ज का भार व्यक्ति के जीवन में अभिशाप की तरह होता है, जो व्यक्ति की खुशहाल जिंदगी को नष्ट कर देता है. ऋण या कर्ज एक ऐसा अभिशाप है, जिसके चक्रव्यूह में फंसे व्यक्ति को लाख प्रयत्नों के बाद भी छुटकारा नहीं मिल पाता, बल्कि निरंतर इस दलदल में फंसता ही जाता है. ऋण अकेला कभी नहीं आता, अपने साथ, तनाव, बीमारी, लड़ाई-झगड़ों और मानसिक पीड़ा को भी साथ में लेकर आता है. यदि आप भी ऋणभार के इस बुरे दौर से गुजर रहे हैं, तो इन समस्याओं से निजात पाने के लिए नियमित रूप से गणपति जी का ध्यान लगाना शुरू करें. वे विघ्नहर्ता हैं और उनकी पूजा से सभी विघ्न दूर होते हैं. यहां कुछ ऐसे ही सरल उपाय प्रस्तुत है, जिनके प्रयोग से ऋण मुक्त हो सकते हैं.
मंगलवार से करें ऋण अदायगी की शुरुआत
ऋण भी रोग की तरह होते हैं, जो ढिलाई देने पर और बढ़ते ही जाते हैं इसलिए व्यक्ति को हमेशा कर्ज मुक्त रहने का प्रयास करना चाहिए. यदि आपने कोई ऋण ले रखा है, तो मंगलवार के दिन से ऋण अदायगी की शुरुआत करने का प्रयास करें. ऋण की प्रथम किश्त देने से पहले गणेश जी के मंदिर में दूर्वा, नारियल और गुड़ का प्रसाद चढ़ाएं साथ ही प्रभु से कर्ज से शीघ्र मुक्ति दिलवाने का निवेदन करें.
दूर्वा तिजोरी में रखें
ऋण मुक्ति के लिए चतुर्थी के दिन गणेश जी के दर्शन और उनका पूजन जरुर करें. चतुर्थी के दिन गणेश जी को चढ़ाई दूर्वा घर लाकर तिजोरी में रखें और प्रत्येक चतुर्थी के दिन इस बदल दे यानी कि हर चतुर्थी के दिन आपको नई दूर्वा लानी है, पुरानी वाली से बदल देनी है.
चतुर्थी पर गणेश जी का करें अभिषेक
गजानन महाराज की कृपा पाने के लिए यह उपाय अत्यंत प्रभावी माना जाता है. गणेश चतुर्थी मंगलवार के दिन पड़े यानी अंगारकी चतुर्थी के दिन गणपति का विशेष अभिषेक करना चाहिए. ऐसा 1 वर्ष तक सभी अंगारकी चतुर्थी पर किया जाए ,तो कर्ज कम होने लगता है.
नियमित रूप से करें इनका पाठ
श्री गणेश संकटनाशन स्तोत्र का पाठ नियमित रूप से 6 महीने तक करने से गणपति जी की विशेष कृपा प्राप्त होती है और धन प्राप्ति होने लगती है. जब तक ऋण अदा नहीं हो जाए, तब तक ऋणहर्ता श्री गणेश स्तोत्र, ऋणमोचक और कवच का पाठ करते रहें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)