Surya Grahan 2024 Kab hai: हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से विक्रमी संवत का प्रारंभ होता है जिसे पूरे विश्व में हिंदू नववर्ष के रूप में मनाया जाता है. यह 9 अप्रैल को होगा ठीक इससे एक दिन पहले यानी आठ अप्रैल 2024 को सूर्य ग्रहण पड़ने वाला है जो चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या पर होगा.
यह वर्ष 2024 का पहला सूर्य ग्रहण होगा. निर्णय सागर पंचांग के अनुसार भारतीय समय से ग्रहण का स्पर्श रात्रि 10 बजकर 09 मिनट पर और मोक्ष रात्रि 01 बजकर 29 मिनट पर होगा.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य ग्रहण में सूतक स्पर्श काल से ठीक 12 घंटे पहले लग जाता है और मोक्ष के बाद ही स्नान आदि करने के साथ ही वेध, दान पुण्य कर्म यम नियम आदि का पालन करना चाहिए.
ग्रहण काल में भगवान की मूर्ति का स्पर्श निषेध रखा जाता है इसलिए मंदिरों और घर के पूजा स्थल के पट बंद कर दिए जाते हैं. इस दौरान सोना या किसी तरह का मनोरंजन करना भी वर्जित रहता है.
सूतक शुरू होते ही भोजन आदि नहीं किया जाता है किंतु यदि कोई व्यक्ति बीमार है तो उसके ऊपर यह नियम नहीं लागू होता है. ग्रहण काल में केवल भगवान का भजन, कीर्तन आदि किया जाता है. ग्रहण शुरू होने के पहले ही घर में जो खाद्य पदार्थ हों उनमें पहले से तोड़े गए तुलसी दल को डाल देना चाहिए जिससे वह अशुद्ध नहीं होते हैं.
इस बार आठ अप्रैल की रात्रि में होने वाले सूर्य ग्रहण में सूतक, वेध, स्पर्श, मोक्ष और स्नान आदि के नियमों का पालन भारत में रहने वालों को नहीं करना है क्योंकि यह भारत में नहीं दिखेगा. यह ग्रहण नॉर्थ साउथ पैसिफिक, उत्तरी अमेरिका, ग्रीनलैंड, आर्कटिक समुद्र, आइसलैंड, उत्तरी अटलांटिक समुद्री क्षेत्र में ही दृश्य होगा. इसलिए वहां पर रहने वालों को नियम मानने चाहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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