महिला नागा साधु कुंभ के बाद कहां चली जाती हैं, जानें इनके जीवन से जुड़े रहस्‍य
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महिला नागा साधु कुंभ के बाद कहां चली जाती हैं, जानें इनके जीवन से जुड़े रहस्‍य

Female Naga Sadhu: महिला नागा साधुओं का जीवन बहुत ही रहस्‍यमयी होता है. प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में बड़ी तादाद में नागा साधु पहुंचे, जिसमें कुछ महिला नागा साधु भी शामिल थीं. कुंभ के बाद वे कहां जाएंगी और कैसा जीवन जिएंगी, जानिए.

महिला नागा साधु कुंभ के बाद कहां चली जाती हैं, जानें इनके जीवन से जुड़े रहस्‍य

Mahila Naga Sadhu: कुंभ में विभिन्‍न अखाड़ों के साधु-सन्‍यासी आते हैं. शाही स्‍नान और अमृत स्‍नान करते हैं. पवित्र नदियों के किनारे कठिन साधना करते हैं. यही वो मौके होते हैं जब दुनिया से दूर रहकर कठिन साधना करने वाले साधु-संत, अघोरी, नागा साधु आदि आम जनता के सामने आते हैं. इसमें कुछ साधु तो अपने विस्‍मयकारी रूपों के कारण लोगों का ध्‍यान अपनी ओर खींचते हैं. प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में भी साधु-संतों के अद्भुत रूप और साधना करने के तरीके देखने को मिले. जिनकी फोटो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुईं. इन साधुओं में महिला नागा साधु भी शामिल हैं. महिला नागा साधुओं के बारे में जानने की जिज्ञासा सभी में होती है. जानिए कुंभ के बाद महिला नागा साधु कहां चली जाती हैं और कैसे जीवन जीती हैं.

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अखाड़ों में लौटकर करती हैं तप-साधना

कुंभ के बाद महिला नागा साधु अपने अखाड़ों में लौट जाती हैं. वहां वे वहां रहकर तप-साधना और ध्यान करती हैं. इसके अलावा, वे धार्मिक शिक्षा भी देती हैं. कई बार वे सुदूर जंगलों-गुफाओं में एकांत में रहकर तपस्‍या करती हैं. महिला नागा साधुओं को माता और  अवधूतानी कहा जाता है.

कुंभ में भी महिला नागा साधुओं की विशेष व्‍यवस्‍था की जाती है. वे अमृत स्‍नान व शाही स्‍नान में भी हिस्‍सा लेती हैं. लेकिन वे नदी में बिना वस्‍त्र स्‍नान नहीं कर सकती हैं.
 

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जीते जी करती हैं पिंडदान

महिला नागा साधु का दर्जा कठिन तप के बाद मिलता है. सालों की तपस्‍या के बाद उन्‍हें नागा साधु की दीक्षा मिलती है. महिला नागा साधुओं को अपने बाल मुंडवाकर स्वयं का पिंडदान करना पड़ता है. फिर दीक्षा के बाद नया नाम मिलता है. उन्‍हें सांसारिक जीवन से पूरी तरह कटकर केवल प्रभु की भक्ति में लीन रहना होता है.

(Disclaimer - प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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