What Tech Leaders think about Childrens Smartphone Use: बच्चों को कितना फोन या टैबलेट इस्तेमाल करने देना चाहिए, ये आजकल हर माता-पिता के लिए परेशानी का विषय है. दुनिया की जानी-मानी टेक कंपनियों के सीईओ और अधिकारी भी अपने बच्चों के लिए अलग-अलग तरीके अपनाते हैं. आइए आपको बताते हैं कि वो इस मामले में क्या सोचते हैं.
गूगल के CEO सुंदर पिचाई अपने बच्चों पर सख्त पाबंदी नहीं लगाते. BBC को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि उनका मानना है कि बच्चों को खुद ही सीमा तय करना सीखना चाहिए. वो डिजिटल दुनिया को समझने पर जोर देते हैं.
माइक्रोसॉफ्ट के फाउंडर बिल गेट्स थोड़े सख्त हैं. द मिरर को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि उनके बच्चों को 14 साल की उम्र से पहले स्मार्टफोन इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं थी. साथ ही खाने की टेबल पर भी किसी को गैजेट इस्तेमाल नहीं करने दिया जाता.
फेसबुक के को-फाउंडर मार्क जुकरबर्ग अपने बच्चों के स्क्रीन टाइम या स्मार्टफोन इस्तेमाल करने के टाइम पर ध्यान देते हैं. वे अपने बच्चों को सिर्फ रिश्तेदारों से वीडियो कॉल करने देते हैं. वो चाहते हैं कि उनके बच्चे ज्यादा फोन चलाने के बजाय असल जिंदगी में बातचीत करें.
फेसबुक के पूर्व अधिकारी चामथ पलिहपिटिया सोशल मीडिया के बड़े खिलाफ हैं. उन्होंने समाज पर सोशल मीडिया के प्रभाव के बारे में गहरी चिंता व्यक्त की है. उनके बच्चों को सोशल मीडिया इस्तेमाल करने की बिल्कुल इजाजत नहीं है.
यूट्यूब की पूर्व CEO सुसान वोज्किस्की अपने बच्चों को सीमित समय के लिए Youtube Kids इस्तेमाल करने देती हैं. वो इस बात पर जोर देती हैं कि बच्चों को फोन या टैबलेट का इस्तेमाल संतुलित तरीके से करना चाहिए.
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