भारत में पढ़ाई को लेकर एक धारणा बनी हुई है कि सरकारी स्कूलों के मुकाबले प्राइवेट और महंगे स्कूलों में पढाई अच्छी होती है. इसलिए ज्यादातर नौकरी पेशा लोगों की ख्वाहिश होती है कि उनके बच्चे प्राइवेट स्कूलों में पढ़े. लेकिन एक प्राइवेट स्कूल में बच्चे को पढ़ाना नौकरीपेशा लोगों के लिए Everest पर चढ़ने के बराबर है. ज़ी मीडिया संवाददाता शिवांक मिश्रा ने बच्चों की पढ़ाई पर होने वाले खर्च को लेकर एक Report तैयार की है. आपको भी ये रिपोर्ट जरूर देखनी चाहिए.