देश में हर दिन एक नया मजहबी ठेकदार सामने आ रहा है. ये मजहबी ठेकेदार अब स्कूल-कॉलेजों को कट्टरता की प्रयोगशाला बना रहे हैं. अब तक हिजाब को इस्लाम में अनिवार्य बताने वाले जमीयत उलेमा-ए- हिंद के अध्यक्ष अरशद मदनी ने अब लड़कों और लड़कियों के साथ पढ़ने पर सवाल उठाए हैं. मदनी का मानना है कि दोनों का साथ पढ़ना खतरनाक है.