Barabanki: जिले में सिटी लॉ कॉलेज मैनेजमेंट की दादागिरी का मामला सामने आया है. छात्रा की शिकायत पर पुलिस ने कॉलेज प्रबंधक के बेटे सहित अन्य पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.
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बाराबंकी: ऐसा लग रहा है कि कॉलेज और हॉस्टल की फीस वसूलने की जिम्मेदारी प्रबंधक के बेटे ने ही रखी है. जी हां बाराबंकी जिले में सिटी लॉ कॉलेज मैनेजमेंट की दादागिरी का मामला सामने आया है. यहां पढ़ रही बहराइच जिले की जीएनएम की एक छात्रा ने कॉलेज प्रबंधक के बेटे और उसके साथियों पर रात में हॉस्टल रूम में अभद्रता करते हुए कैंपस से घसीटकर बाहर निकालने का आरोप लगाया है.
छात्रा का आरोप है कि जब इन लोगों ने उससे अभद्रता की और बाहर निकाल दिया, तब उसने अपने परिजनों को बुलाया. परिजनों के आने के बाद कॉलेज के कर्मचारियों ने उनके साथ भी अभद्रता की, जिसके बाद छात्रा ने उच्च अधिकारियों को सूचना दी और मौके पर पुलिस को बुलाया. वहीं, छात्रा की शिकायत पर पुलिस ने कॉलेज प्रबंधक के बेटे सहित अन्य पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
सिटी लॉ कॉलेज मैनेजमेंट की दादागिरी
पूरा मामला बाराबंकी जिले के सफदरगंज थाना क्षेत्र के सिटी लॉ कॉलेज का है. यहां जीएनएम कोर्स कर रही बहराइच जिले की रहने वाली छात्रा नितिका अवस्थी ने कॉलेज के प्रबन्धक बेटे अनमोल श्रीवास्तव और उसके तीन साथियों पर अभद्रता करने और कॉलेज कैंपस से घसीटकर बाहर निकालने का आरोप लगाया है. छात्रा का कहना है, "वह शाम 6 बजे वह अपने हॉस्टल के कमरे में अकेली बैठी थी. तभी कॉलेज प्रबन्धक के बेटे अनमोल श्रीवास्तव अपने साथी अरुण कुमार समेत तीन अज्ञात लोगों के साथ मेरे कमरे में घुस आये और मेरे साथ अभद्रता करते हुए मुझे घसीटकर कॉलेज कैंपस से बाहर निकाल दिया."
छात्रा ने बताया कि कैंपस से बाहर निकाले जाने के बाद उसने अपनी मां को फोन किया और परिजनों को कॉलेज बुलाया. जब परिजन कॉलेज पहुंच तो फिर कॉलेज मैनेजमेंट ने उनके साथ भी अभद्रता की. आपको बता दे कि लड़की के पिता नहीं है और मां ही लड़की की पढ़ाई करा रही है.
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छात्रा से छेड़छाड़ और घसीटकर हॉस्टल से बाहर करने का आरोप
छात्रा ने बताया, "मम्मी यहां पर मुझसे मिलने के लिए आई थी, उनसे फीस का कहा था तो मम्मी ने कहा कि कुछ दिन में पेमेंट हो जाएगा. मैडम से परमिशन भी मांगे कि घर पहुंच जाएंगे तो पेमेंट कर देंगे. मैडम हॉस्टल आईं और उन्होंने कहा कि तुम बिना फीस के रह रही हो और हाथ पकड़ते हुए बाहर भगा दिया. उनका बेटा भी बहुत बदतमीजी कर रहा था. वह भी हाथ पकड़ते हुए पकड़ते हुए बाहर लेकर आया. हम को बाहर निकाला और बोला कि जब औकात नहीं है तो क्यों पढ़ रही है. वह बहुत बदतमीजी से बोला, गालियां भी दे रहा था. हमने तो पहले ही बता दिया था कि हम अफोर्ड नहीं कर पाएंगे उसके बाद फोर्स किया गया कि तुम घर पर मत बताओ और यहां एडमिशन ले लो, लेकिन जब हमने घर में बताया तो हम को टॉर्चर किया गया."
इस मामले में छात्रा ने दी जानकारी
छात्रा की मां ने बताया, "मैं अपनी बेटी से मिलने आई थी और फीस की कुछ बात चल रही थी तो शाम को मैडम से 5 बजे के आसपास बात हुई. फिर हम लोग अपने घर के लिए निकल गए, जब रामनगर तक पहुंच गए थे तब बच्ची ने फोन किया कि हम को निकाल दिया है. आप आ जाओ नहीं तो हम को अंदर नहीं जाने देंगे, तो हम आए और हमने कहा कि मैडम यह कौन सी बात है. आपकी जब बात हो गई थी तो बच्चे को क्यों निकाला जब निकालना ही था तो हमारे सामने निकालते. अब बच्ची कहां जाएगी तो बोले अब तो आप आ गई हैं तो आप लेकर जाओ. हमने कहा कि हम नहीं ले जाएंगे, हम भी बैठे रहेंगे. हम बात करके जाएंगे तो बोलने लगी कि बोले गुंडा मवाली को बुलाओगी और गाली देने लगे."
जानें क्या कहना है कॉलेज स्टॉफ का
कॉलेज स्टॉफ ने बताया, "छात्रा पिछले 9 महीने से वह यहां रह रही है और फीस का रिमाइंडर टाइम टू टाइम दिया जाता है, लेकिन कल जब हम और प्रिंसिपल मैडम राउंड पर थे तो यह बच्ची अपनी मां से बात कर रही थी कि मैं सुसाइड कर लूंगी तो फिर हम लोग थोड़े सकते में आ गए. फिर मैंने और प्रिंसिपल मैडम ने मिलकर एक मीटिंग बुलाई. इसके गार्जियन को कॉल किया कि आप आइए और अपने बच्ची को ले जाइए. पहले तो इनके ब्रदर और मदर आई उनसे बात हो गई. उनके मामा जी का वेट किया. जब वो आए तो उन्हें पूरी बात बताई और उन्हें कहा आज रात के लिए आप इसको ले जाओ. सुबह हम बात कर लेंगे. हम लोग चले गए उसके बाद इन लोगों ने 112 पर पुलिस को कॉल कर लिया, फिर पुलिस का हमारे पास कॉल आया तो मैंने कहा कि गेट खोल दो. हम कैंपस में पहुंचे तब तक पुलिस सब को लेकर थाने चली गए थी."
कॉलेज स्टाफ का यही कहना है कि छात्रा के साथ कोई अभद्रता नहीं की गई. वह फोन पर बात करते हुए किसी से आत्महत्या कर लेने की बात कह रही थी. इस बात की जानकारी होते ही छात्रा के परिजनों को बुलाया गया और उसे साथ ले जाने के लिए कहा गया. इसी को लेकर छात्रा ने यह आरोप लगाए है.