Holi 2023: पिछले वर्षों की तरह चीनी सामान का न केवल व्यापारियों ने बल्कि आम लोगों ने भी पूर्ण बहिष्कार किया. होली से जुड़े सामान का देश में आयात लगभग 10 हजार करोड़ का होता है जो इस बार बिल्कुल नगण्य रहा...
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Holi 2023: इस वर्ष होली के त्योहार से दिल्ली सहित देश भर के व्यापारियों में एक नई उमंग और उत्साह का संचार हुआ है और व्यापार के भविष्य को लेकर एक बार फिर नई आशा जगी है. पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष होली के त्योहारी सीजन में देश भर के व्यापार में लगभग 25 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान है. जिसके कारण देश भर में 25 हज़ार करोड़ से ज्यादा का व्यापार होने की उम्मीद है.
दिल्ली के सभी थोक एवं खुदरा बाजार पूरी तरह सजे
होली का पर्व नजदीक आते ही दिल्ली के सभी थोक एवं खुदरा बाजार पूरी तरह सज गए हैं. सभी बाजारों में अभी से दुकानों पर गुलाल और पिचकारी के साथ होली के अन्य सामानों की खरीदारी के लिए भीड़ लगी है।मिठाई की दुकानों पर ख़ास तौर से होली पर बनने वाली गुंजिया आदि के बड़े स्तर पर बिक्री हो रही है . हालांकि होली में अभी लगभग 5 दिन बाक़ी हैं लेकिन आज से से ग्राहकों की भीड़ बढ़ने की कारोबारी उम्मीद जता रहे हैं.
अकेले दिल्ली में ही 1500 करोड़ रुपये के व्यापार की संभावना है. पिछले वर्षों की तरह चीनी सामान का न केवल व्यापारियों ने बल्कि आम लोगों ने भी पूर्ण बहिष्कार किया. होली से जुड़े सामान का देश में आयात लगभग 10 हजार करोड़ का होता है जो इस बार बिल्कुल नगण्य रहा.
भारत में निर्मित सामानों की बिक्री बढ़ी
कन्फ़ेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ( कैट) के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा की इस बार होली की त्यौहारी बिक्री में चीन का बने हुए सामान का व्यापारियों एवं ग्राहकों ने बहिष्कार किया और केवल भारत में ही निर्मित हर्बल रंग एवं गुलाल, पिचकारी, ग़ुब्बारे, चंदन , पूजा सामग्री, परिधान सहित अन्य सामानों की जमकर बिक्री हो रही है. वहीं मिठाइयां, ड्राई फ्रूट , गिफ्ट आइटम्स, फूल एवं फल, कपड़े , फ़र्निशिंग फैब्रिक, किराना, एफएमसीजी प्रोडक्ट, कंज्यूमर ड्युरेबल्स सहित अन्य अनेकों उत्पादों की भी ज़बरदस्त मांग बाज़ारों में दिखाई दे रही है.
देश भर में भर में बड़े पैमाने पर होली समारोहों का आयोजन
खंडेलवाल ने बताया की इस वर्ष दिल्ली सहित देश भर में भर में बड़े पैमाने पर होली समारोहों का आयोजन हो रहा है. जिसके चलते बैंक्वेट हाल, फार्म हाउस, होटलों , रेस्टोरेंट एवं सार्वजनिक पार्कों में होली समारोहों आयोजनों का तांता लगा हुआ है और इस सेक्टर ने दो वर्ष के बाद अच्छा व्यापार के दिन देखे हैं. अकेले दिल्ली भर में छोटे बड़े मिलाकर 3 हज़ार से ज़्यादा होली मिलन समारोह आयोजित होंगे और सभी कार्यक्रमों में शामिल लोगों को चेहरों पर एक नई ख़ुशी तथा उत्साह का वातावरण देखने को मिल रहा है.
खंडेलवाल ने कहा की दिल्ली में 7 तारीख़ को होली जलाई जाएगी जबकि रंगों का पर्व 8 तारीख़ को मनाया जाएगा. होली के रंग में बाजार भी रंगे हुए नजर आने लगे हैं. बाजार में रंग बिरंगे गुलाल और पिचकारी के अलावा गुजिया के हार और मेवा से दुकानें सजी हुई हैं. बाजार में खरीददारी के लिए लोगों की प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. उन्होंने बताया की होली पर रिश्तेदारों के यहां हार और मिठाई के साथ में मेवे की माला ले जाने की परंपरा के चलते खरीदारी के लिए लोगों की भीड़ दुकानों पर लगी रही.
बाजार में होली के सामानों की बढ़ी मांग
केमिकल युक्त गुलाल, रंग की बजाय हर्बल रंग, अबीर और गुलाल की सर्वाधिक मांग बाज़ारों में है. वहीं ग़ुब्बारे और पिचकारी की मांग पिछले सालों के मुक़ाबले कुछ ज़्यादा ही है. कल शनिवार और अगले दिन रविवार को व्यापारियों को रिकॉर्ड तोड़ बिक्री होने का अनुमान है. उन्होंने बताया की इस बार बाजार में अलग-अलग तरह की पिचकारी गुब्बारे और अन्य आकर्षक आइटम आए हैं. प्रेशर वाली पिचकारी 100 रुपये से 350 रुपये तक की उपलब्ध है. टैंक के रूप में पिचकारी 100 रुपये से लेकर 400 रुपये तक में उपलब्ध है. इसके अलावा फैंसी पाइप की भी बाजार में धूम मची है. बच्चे स्पाइडर मैन, छोटा भीम आदि को बच्चे खूब पसंद कर रहे है तो वहीं गुलाल के स्प्रे की माँग बेहद हो रही है.