UP CM Yogi Speech in Budget Session: सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को यूपी विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन सपा समेत विपक्ष को जमकर निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि यूपी में अखिलेश ही योगी की जीत की गारंटी हैं. उनके अनर्गल बयान भाजपा सरकार के लिए बहुत लाभकारी हैं.
सीएम योगी ने यूपी विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन भी विपक्ष के आरोप और बयानों पर जमकर निशाना साधा. सीएम योगी ने अखिलेश यादव और शिवपाल यादव पर तंज कसते हुए कहा कि भतीजे तो महाकुंभ हो आए चाचू को छोड़ गए. सपा अध्यक्ष खुद विरोध करते हुए चुपके से महाकुंभ में स्नान करने पहुंचे थे और यह सब महाकुंभ के विरोध में किया गया था, 2013 के कुंभ की भारी अव्यवस्थाएं थीं.
सीएम योगी ने सपा के आरोप पर जवाब देते हुए कहा कि किसी महान कार्य को तीन अवस्थाओं से गुजरना पड़ता है- उपहास, विरोध, और अंततः स्वीकृति. जबकि सपा ने पहले राम मंदिर का भी विरोध किया था. उनका कहना था कि सपा का विरोध करना एक मजबूरी बन गई है. सपा ने पहले भीड़ को लेकर सवाल उठाए, उसे देखने के लिये संगम पहुंच गए, भीड़ देखी तो कहने लगे आयोजन की तिथि बढ़ा दीजिये.
प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन हुई भगदड़ को लेकर भी सीएम योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा के बजट सत्र के दौरान विस्तार से जवाब दिया. सीएम योगी ने कहा कि 29 जनवरी को रात एक बजे से डेढ़ बजे के बीच बहुत ज्यादा भीड़ होने की वजह से बैरिकेडिंग टूट गई थी, इसी की वजह से वो दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी.
सीएम योगी ने योगी ने कुंभ के आयोजन पर सवाल उठाने वालों पर कविता के माध्यम से कटाक्ष करते हुए अपनी बात रखी. उन्होंने कहा, “लगाके आग बहारों की बात करते हैं, जिन्होंने रात में चुन-चुनकर बस्तियों को लूटा, वही नसीबों के मारों की बात करते हैं. ”
सीएम योगी ने समाजवादी पार्टी समेत विपक्षी दलों को खूब धोया. उन्होंने एक शेर के माध्यम से विपक्ष को आईना दिखाया. बड़ा हसीन है इनकी जुबान का जादू, लगाकर के आग बहारों की बात करते हैं. जिन्होंने रात में चुन-चुन के बस्तियों को लूटा, वही नसीबों के मारों की बात करते हैं.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ को लेकर सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों पर कड़ा रुख अपनाया है. उन्होंने कहा कि काहिरा, नेपाल, झारखंड और अन्य स्थानों पर हुई दुर्घटनाओं को महाकुंभ और झूंसी से जोड़कर झूठा प्रचार किया जा रहा है. उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर ऐसे दुष्प्रचार करने वाले लोग कौन हैं और उनका मकसद क्या है ?
महाकुंभ में भगदड़ की घटनाओं को लेकर कुछ लोगों ने वीआईपी कल्चर को जिम्मेदार ठहराया था. इस पर सीएम योगी ने जवाब देते हुए कहा कि वीआईपी कल्चर पर वे लोग सवाल उठाते हैं जो "चांदी का चम्मच मुंह में लेकर पैदा हुए हैं." उन्होंने कहा कि राजनीति में नाटकीयता होती है, लेकिन इसे ही पूरी राजनीति नहीं बना लेना चाहिए.
सीएम योगी ने समाजवादी पार्टी पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि उनके नेता कुंभ की आलोचना भी करते हैं, लेकिन आयोजन में शामिल भी होते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष ने महाकुंभ को बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ी, लेकिन सनातन धर्म का अपमान सहन नहीं किया जाएगा. उन्होंने विपक्ष से अपील की कि वे अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए भारत और सनातन संस्कृति को बदनाम करना बंद करें.
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर भी सीएम योगी ने विपक्ष की मंशा पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि जब सर्वोच्च न्यायालय ने राम जन्मभूमि पर फैसला सुनाया, तब भी समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने विरोध किया था. जब रामलला मंदिर में विराजमान हुए, तब भी यही दल विरोध में खड़े रहे,. उन्होंने याद दिलाया कि जब यूपी विधानसभा में विधायकों के लिए अयोध्या दर्शन का प्रस्ताव रखा गया, तब समाजवादी पार्टी ने वॉकआउट कर दिया.
सीएम योगी ने विधानसभा में समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, "जिस तरह केंद्र में राहुल गांधी हैं, तब तक बीजेपी की जीत की गारंटी है, उसी तरह जब तक अखिलेश यादव हैं, तब तक उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार की गारंटी है. "उन्होंने अखिलेश यादव के उस बयान पर भी तंज कसा जिसमें उन्होंने 144 साल में महाकुंभ होने की बात कही थी और इसे उनके "सामान्य ज्ञान" का परिचायक बताया.