Aaj Ka Panchang 6th February: मंगलवार, 06 फरवरी 2024 हिंदू पंचांग के अनुसार कृष्ण पक्ष की एकादशी और व्याघात और हर्षण योग का निर्माण हुआ है. 6 फरवरी 2024 को सूर्य मकर राशि में और चंद्रमा धनु राशि में संचार करेगा.
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Aaj ka Panchang 6th February 2024: हिंदू कैलेंडर में पंचांग एक जरूरी हिस्सा होता है. यह महीने की तीस तिथियों और पांच अंगों (वार, योग, तिथि, नक्षत्र और करण) से मिलकर बनता है. दैनिक पंचांग में आपको शुभ समय, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू माह और पहलू आदि के बारे में हर प्रकार की जानकारी प्रदान करता है. आइये जानते हैं 6th February 2024 का पंचाग...
Panchang 06 February 2024
वार मंगलवार
त्योहार और व्रत
षटतिला एकादशी
सूर्य और चंद्रमा का समय
सूर्योदय: 7:08 एएम
सूर्यास्त : 6:12 पीएम
चन्द्रोदय: Feb 06 3:40 एएम
चन्द्रास्त: Feb 06 2:20 पीएम
तिथि एकादशी:04:07 PM तक उसके बाद द्वादशी
नक्षत्र ज्येष्ठा: 07:35 AM तक उसके बाद मूल – 06:27 AM, फरवरी 07 तकपक्ष कृष्ण पक्षमास माघ
विक्रम संवत20: 80, अनला
तिथि
कृष्ण पक्ष एकादशी: फरवरी 05 05:25 PM – Feb 06 04:07 PM
कृष्ण पक्ष द्वादशी: Feb 06 04:07 PM – Feb 07 02:02 PM
करण
बालव : फरवरी 06 04:52 एएम–फरवरी 06 04:07 पीएम
कौलव: फरवरी 06 04:07 पीएम–फरवरी 07 03:10 एएण
तैतिल: फरवरी 07 03:10 एएम–फरवरी 07 02:02 पीएम
योग
व्याघात: Feb 05 10:52 AM – Feb 06 08:50 AM
हर्षण: Feb 06 08:50 AM – Feb 07 06:08 AM
वज्र : Feb 07 06:08 AM – Feb 08 02:52 AM
अशुभ काल
राहू: 3:26 पीएम– 4:49 पीएम
यम गण्ड :9:54 एएम – 11:17 एएम
कुलिक :12:40पीएम– 2:03 PM
दुर्मुहूर्त: 09:21 एएम– 10:05 एएम, 11:23 पीएम–12:14 एएम
वर्ज्यम्: 03:12 पीएम– 04:43 पीएम, 04:56 एएम–06:27 एएम
शुभ काल
अभिजीत मुहूर्त: 12:18 पीएम– 01:02 PM
अमृत काल: 12:25 एएम – 01:56 एएम
ब्रह्म मुहूर्त: 05:32 एएम– 06:20 एएम
सूर्य राशि
सूर्य मकर राशि पर
चंद्र राशि
चन्द्रमा फरवरी 06, 07:35 एएम तक वृश्चिक राशि उपरांत धनु राशि पर संचार करेगा
चन्द्र मास
अमांत: पौष
पूर्णिमांत: माघ
ग्रेगोरियन कैलेंडर के हिसाब से किसी महीने में 31 और किसी महीने में 1 दिन होते हैं. अगर हम हिंदू कैलेंडर की बात करें तो उसके हिसाब से हर माह में 1 दिन ही होते हैं, जिन्हें तिथि कहा जाता है. ये तिथियां दो पक्षों में होती हैं. इनमें से एक पक्ष को शुक्ल और एक पक्ष को कृष्ण कहा जाता है. ये 15-15 दिन के होते हैं. हिंदू कैलेंडर के हिसाब से इन तिथियों को प्रतिप्रदा, द्वितीया, तृतीया, चतुर्थी, पंचमी, षष्ठी, सप्तमी, अष्टमी, नवमी, दशमी, एकादशी, द्वादशी, त्रयोदशी और एक पक्ष की आखिरी तिथि को अमावस्या और दूसरे पक्ष की अंतिम तिथि को पूर्णिमा कहा जाता है. इन्हीं सब के आधार पर पंचांग बनता है.
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