Prayagraj News: UP बोर्ड ने 2025 के हाईस्कूल और इंटरमीडिएट छात्रों के लिए छात्रों गलतियों को सुधारने का अंतिम अवसर दिया है. छात्रों के विवरण में 8 प्रकार की गलतियों को ऑनलाइन और 3 को ऑफलाइन सुधारा जा सकता है. जाने कैसे..
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Prayagraj News: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) ने वर्ष 2025 की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षा के छात्रों को अपनी जानकारी में हुई गलतियों को सुधारने का अंतिम अवसर प्रदान किया है. बोर्ड ने छात्रों के विवरण में हुई कुछ चुनिंदा गलतियों को ऑनलाइन और कुछ को ऑफलाइन प्रक्रिया से ठीक करने की सुविधा दी है. इसका उद्देश्य छात्रों की परीक्षाओं में किसी तरह की बाधा न आए और वे सही जानकारी के साथ बोर्ड परीक्षा में सम्मिलित हो सकें.
25 अक्टूबर से 12 नवंबर तक सुधार सककते है गलतीयां
यूपी बोर्ड की वेबसाइट को 25 अक्टूबर से 12 नवंबर की मध्य रात्रि तक छात्रों की जानकारी के सुधार के लिए क्रियाशील किया गया है. इसमें स्कूल के प्रधानाचार्यों की भूमिका अहम होगी, जो लॉग इन कर छात्रों की जानकारी को ठीक करने में मदद करेंगे. छात्रों की जानकारी में आठ प्रकार की गलतीयों को स्कूल स्तर पर ऑनलाइन सुधारा जा सकता है, जबकि तीन विशेष प्रकार की गलतियों को ऑफलाइन प्रपत्रों के जरिए ठीक किया जाएगा.
किन-किन गलतियों का सुधार होगा ऑनलाइन?
यूपी बोर्ड की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार, छात्रों के विवरण में आठ प्रकार की त्रुटियां, जैसे विषय/वर्ग में बदलाव, नाम में स्पेलिंग गलती, माता-पिता के नाम में वर्तनी गलती, जेंडर में बदलाव, जाति, फोटो, और कक्षा 11 में पंजीकृत हाईस्कूल के अनुक्रमांक में गलतियां, प्रधानाचार्य द्वारा लॉग इन करके सीधे वेबसाइट पर सही की जा सकती हैं.
किन गलतीयों के लिए ऑफलाइन सुधार का प्रावधान?
कुछ विशेष प्रकार की त्रुटियों को सुधारने के लिए ऑफलाइन प्रक्रिया अपनाई जाएगी. इनमें छात्रों की जन्मतिथि में संशोधन, छात्र/माता/पिता के पूर्ण नाम में संशोधन, तथा छात्र-छात्राओं के विवरण को नियमानुसार डिलीट/रिस्टोर करने के प्रकरण शामिल हैं. इन मामलों में प्रधानाचार्य को आवश्यक दस्तावेजों के साथ एक आख्या बनाकर जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) को भेजना होगा. डीआईओएस द्वारा जांच के बाद आवश्यक सुधार किया जाएगा.
कैसे होगा गलतियों का समाधान?
प्रक्रिया के तहत स्कूल के प्रधानाचार्य यूपी बोर्ड की वेबसाइट पर जाकर लॉग इन करेंगे और छात्रों के विवरण की जांच करेंगे. यदि किसी प्रकार की गलती पाई जाती है, तो उसे ऑनलाइन माध्यम से सुधार लिया जाएगा. वहीं, यदि गलती ऑफलाइन सुधार की श्रेणी में आती है, तो प्राचार्य सभी आवश्यक दस्तावेज संलग्न कर डीआईओएस को रिपोर्ट करेंगे.
छात्रों और अभिभावकों के लिए एक बड़ी राहत
यूपी बोर्ड के इस कदम से छात्रों और उनके अभिभावकों को बड़ी राहत मिलेगी, क्योंकि अक्सर नाम, जन्मतिथि, या अन्य जानकारी में हुई गलतियों के कारण छात्रों को कई बार परेशानी का सामना करना पड़ता है. इस बार, बोर्ड ने पहले से ही सुधार का अवसर देकर छात्रों की सुविधा को प्राथमिकता दी है. इससे न केवल छात्रों का समय बचेगा बल्कि बोर्ड परीक्षा के दौरान होने वाली संभावित परेशानियों से भी बचा जा सकेगा.
समय सीमा का रखें ध्यान
छात्रों और उनके अभिभावकों को यह सलाह दी जाती है कि वे सुधार के लिए दी गई समय सीमा का विशेष ध्यान रखें और आवश्यकतानुसार अपने स्कूल के प्रधानाचार्य से संपर्क करें. यह भी ध्यान रखना आवश्यक है कि अंतिम तिथि 12 नवंबर है, इसके बाद किसी प्रकार की गलती सुधार की अनुमति नहीं दी जाएगी.
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