Mahakumbh Mela 2025: भगदड़ के बाद प्रयागराज डीएम ने सोशल मीडिया पर वायरल एक खबर को पूरी तरह से निराधार बताया है और कुंभ मेले में वाहनों के प्रवेश को लेकर निर्देश जारी किया है.
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Mahakumbh Mela 2025: मौनी अमावस्या के दिन प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ मच गई, जिसमें 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई. जबकि, 90 से अधिक लोग घायल हो गए हैं. घायल श्रद्धालुओं का उचित इलाज चल रहा है. मौनी अमावस्या पर भगदड़ के बाद सुरक्षा और सुविधा को बेहतर बनाने के लिए कई आवश्यक बदलाव किए गए हैं. वाहनों के आवाजाही और पार्किंग को लेकर भी कई बदलाव किए गए हैं. इस बीच प्रयागराज डीएम ने सोशल मीडिया पर वायरल एक खबर को पूरी तरह से निराधार बताया है और कुंभ मेले में वाहनों के प्रवेश को लेकर निर्देश जारी किया है. दरअसल, भगदड़ के बाद सोशल मीडिया पर एक खबर वायरल हो रही है, जिसमें बताया जा रहा है कि प्रयागराज में 4 फरवरी तक वाहनों का प्रवेश बंद रहेगा.
वसंत पंचमी के अवसर पर डायवर्जन
सोशल मीडिया पर वायरल इस खबर को लेकर प्रयागराज डीएम रवींद्र कुमार मंदार ने बताया-"सोशल मीडिया पर एक खबर वायरल है कि प्रयागराज में 4 फरवरी तक वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा. यह खबर पूरी तरह से निराधार है. डायवर्जन स्कीम सिर्फ मौनी अमावस्या के दिन के लिए लागू की गई थी. अब लगभग सभी श्रद्धालु वापस लौट रहे हैं और डायवर्जन स्कीम को पुलिस हटा रही है. हमने पुलिस को बैरिकेडिंग हटाने के निर्देश दिए हैं. 31 जनवरी, 1 और 4 फरवरी को किसी भी वाहन पर कोई प्रतिबंध नहीं रहेगा. सिर्फ 2 और 3 फरवरी को वसंत पंचमी के स्नान पर डायवर्जन स्कीम लागू रहेगी. मेला क्षेत्र में वाहनों के प्रवेश की एक बहुत ही अलग प्रक्रिया है, मेला अधिकारी और डीआईजी सभी को इसके बारे में जानकारी देंगे. कमिश्नरी क्षेत्र में वाहनों पर कोई प्रतिबंध नहीं है"
#WATCH | #MahaKumbh2025 | Prayagraj: DM Prayagraj Ravindra Kumar Mandar says, "A news is viral on social media that the entry of vehicles in Prayagraj will be restricted till February 4. This news is completely baseless. The divergent scheme was implemented only for the peak day… pic.twitter.com/rTVUgtG3P1
— ANI (@ANI) January 31, 2025
मेला क्षेत्र में नो-व्हीकल जोन
जानकारी रहे कि भगदड़ के बाद पूरे मेला क्षेत्र को नो-व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है. इसके साथ ही सभी व्हीकल पास रद्द कर दिए गए हैं. अब मेला क्षेत्र में कोई भी वाहन का प्रवेश नहीं करेगा.
वन-वे व्यवस्था लागू
कुंभ स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के आवागमन के रास्ते को भी वन-वे कर दिया गया है. जिसके बाद से एक रास्ते और श्रद्धालुओं को स्नान के बाद दूसरे रास्ते से भेजा जा रहा है, ताकि ट्रैफिक जाम और भगदड़ की संभावना कम हो सके.