यूपी बीजेपी के बड़े नेता को दिल्ली विधानसभा चुनाव की जिम्मेदारी, भाजपा ने खेला बड़ा दांव
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यूपी बीजेपी के बड़े नेता को दिल्ली विधानसभा चुनाव की जिम्मेदारी, भाजपा ने खेला बड़ा दांव

एक तरफ जहां चुनाव आयोग ने मंगलवार को झारखंड और महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ उत्तर प्रदेश की 9 सीटों पर उपचुनाव का ऐलान भी कर दिया वहीं भाजपा अपने अगले टार्गेट यानी दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए भी तैयारी शुरू कर दी है.

यूपी बीजेपी के बड़े नेता को दिल्ली विधानसभा चुनाव की जिम्मेदारी, भाजपा ने खेला बड़ा दांव

Delhi News: एक तरफ जहां चुनाव आयोग ने मंगलवार को झारखंड और महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ उत्तर प्रदेश की 9 सीटों पर उपचुनाव का ऐलान भी कर दिया वहीं भाजपा अपने अगले टार्गेट यानी दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए भी तैयारी शुरू कर दी है. भाजपा ने दिल्ली विधानसभा चुनाव की जिम्मेदारी यूपी के दो बड़े नेताओं को सौंपी है. 

दरअसल आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बैजयंत पांडा को प्रदेश चुनाव प्रभारी नियुक्त किया तो वहीं गाजियाबाद से सांसद अतुल गर्ग सह प्रभारी  नियुक्त किया है. 

पार्टी महासचिव अरुण सिंह से मिली जानकारी के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने अगले साल यानी 2025 में आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बैजयंत पांडा प्रदेश चुनाव प्रभारी नियुक्त किये गए हैं तो वहीं उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से निर्वाचित सांसद अतुल गर्ग को सह प्रभारी नियुक्त किया गया है. पार्टी की ओर से जारी निर्देश तत्काल प्रभाव से यानी 15 अक्टूबर से ही लागू कर दिया गया है. 
 
बता दें कि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में अकेले ही चुनाव लड़ने का फैसला किया है. दिल्ली में फिलहाल आम आदमी पार्टी की सरकार की तीसरी पारी है. आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पहली बार 28 नवंबर 2013 को दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, हांलाकि उन्होंने 49 दिन सरकार चलाने के बाद फरवरी 2014 में पद से इस्तीफा दे दिया था. फिर 2015 में आप ने अकेले के दम पर प्रचंड बहुमत से दिल्ली में दूसरी बार सरकार बनाई. इसके बाद 2020 में भी आम आदमी पार्टी की तीसरी बार दिल्ली में सरकार बनी. हालांकि इस बार 2015 की 67 सीटों के मुकाबले 2020 में आप को 62 सीटों पर जीत मिली. 2020 में दिल्ली में कांग्रेस की सूपड़ा साफ हो गया. कांग्रेस एक भी सीट हांसिल नहीं कर पाई.  

लेकिन इस बार 'आप' को मुश्किल हो सकती है क्योंकि दिल्ली शराब घोटाले के चलते केजरीवाल और मनीष सिसौदिया लंबे समय तक जेल में रहे जिसकी वजह से कहा जा रहा है कि 'आप' की साख को दिल्ली में बट्टा लगा है, जिसका खामियाजा 'आप' को 2025 के विधानसभा चुनाव में भुगतना पड़ सकता है.  

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