UP Politics: बसपा सुप्रीमो मायावती ने सोशल मीडिया X पर पहला पोस्ट लिखा, ‘बीएसपी राजनीतिक दल के साथ ही परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान के मिशन को समर्पित मूवमेन्ट भी है. जिस कारण इस पार्टी की नीति व कार्यशैली देश की पूंजीवादी पार्टियों से अलग है.
Trending Photos
UP Politics: बसपा से बागी हो रहे सांसदों को मायावती ने खरी-खरी सुनाई है. अंबेडकर नगर से बसपा सांसद रितेश पांडेय के पार्टी से इस्तीफे की खबरों के बीच बसपा सुप्रीमा ने एक के बाद एक तीन पोस्ट किए. इसमें मायावती ने साफ-साफ कह दिया कि पार्टी से बढ़कर कुछ भी नहीं है. इतना ही नहीं मायावती ने कहा कि बसपा सांसदों को पार्टी की कसौटी पर खरा उतरने के लिए स्वयं की जांच करनी चाहिए.
सिलसिलेवार से तीन पोस्ट किए
बसपा सुप्रीमो मायावती ने सोशल मीडिया X पर पहला पोस्ट लिखा, ‘बीएसपी राजनीतिक दल के साथ ही परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान के मिशन को समर्पित मूवमेन्ट भी है. जिस कारण इस पार्टी की नीति व कार्यशैली देश की पूंजीवादी पार्टियों से अलग है. जिसे ध्यान में रखकर ही चुनाव में पार्टी के उम्मीदवार भी उतारती है.’
1. बीएसपी राजनीतिक दल के साथ ही परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान के मिशन को समर्पित मूवमेन्ट भी है जिस कारण इस पार्टी की नीति व कार्यशैली देश की पूंजीवादी पार्टियों से अलग है जिसे ध्यान में रखकर ही चुनाव में पार्टी के उम्मीदवार भी उतारती है।
— Mayawati (@Mayawati) February 25, 2024
सांसदों को इस कसौटी पर खरा उतरना होगा
इसके बाद दूसरे पोस्ट पर मायावती ने लिखा, ‘अब बीएसपी के सांसदों को इस कसौटी पर खरा उतरने के साथ ही स्वयं जांचना है कि क्या उन्होंने अपने क्षेत्र की जनता का सही ध्यान रखा? क्या अपने क्षेत्र में पूरा समय दिया? साथ ही, क्या उन्होंने पार्टी व मूवमेन्ट के हित में समय-समय पर दिये गये दिशा-निर्देशों का सही से पालन किया है?’
बीएसपी का पार्टी हित सर्वोपरि
वहीं अपने आखिरी ट्वीट में मायावती ने लिखा, ‘ऐसे में अधिकतर लोकसभा सांसदों का टिकट दिया जाना क्या संभव, खासकर तब जब वे स्वयं अपने स्वार्थ में इधर-उधर भटकते नजर आ रहे हैं व निगेटिव चर्चा में हैं. मीडिया द्वारा यह सब कुछ जानने के बावजूद इसे पार्टी की कमजोरी के रूप में प्रचारित करना अनुचित. बीएसपी का पार्टी हित सर्वोपरि.’
बसपा सांसद ने दिया इस्तीफा
बता दें कि रविवार सुबह सियासी गलियारे में उस समय हड़कंप मच गई जब अंबेडकर नगर से बसपा सांसद रितेश पांडेय ने अचानक पार्टी से इस्तीफा दे दिया. रितेश पांडेय ने बीएसपी पर आरोप लगाया कि लंबे समय से उन्हें न पार्टी की बैठकों में बुलाया जा रहा है और न ही नेतृत्व के स्तर से कोई संवाद किया का रहा है. उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि पार्टी को अब उनकी आवश्यकता नहीं है, इसलिए इस्तीफा देने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है. अटकलें लगाई जा रही हैं कि वह भाजपा में शामिल हो सकते हैं.
ये सांसद हुए बागी
वहीं, जौनपुर से बसपा सांसद श्याम सिंह यादव के भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होने की खबरें हैं. लालगंज से बसपा सांसद संगीता आजाद अपने पति के साथ सीएम योगी से मुलाकात कर चुकी हैं. गाजीपुर से बसपा सांसद अफजाल अंसारी को सपा उसी सीट से अपना प्रत्याशी घोषित कर चुकी है. घोसी लोकसभा सीट से अतुल राय रेप मामले में चार साल बाद जेल से अभी बाहर निकाले हैं, उनका रुख साफ नहीं है. अमरोहा लोकसभा सीट से सांसद कुंवर दानिश अली को पार्टी निलंबित कर चुकी है, वह कांग्रेस से इसी सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं.
यह भी पढ़ें : Ritesh Pandey Resigns: सांसद रितेश पांडेय ने दिया बसपा से इस्तीफा, BJP में हो सकते हैं शामिल