Prayagraj Traffic Route Map: सड़क से प्रयागराज महाकुंभ मेला आना है तो आपको जान लेना चाहिए कि आखिर यहां तक पहुंचने के लिए किन सात मार्गों की पहचान की गई है. किन सात द्वार से मेले में पहुंचा जा सकता हैं. आइए जानें.
प्रयागराज में दाखिल होने के लिए व्यापक ट्रैफिक प्लान तैयार किया गया है. मकर संक्रांति से मौनी अमावस्या के साथ ही महाशिवरात्रि तक शाही स्नान पर करोड़ों लोगों की भारी भीड़ आ सकती है जिसे नियंत्रित करने के लिए यूपी पुलिस ने अपने व्यवस्था कर ली है. वहीं, प्रयागराज ट्रैफिक पुलिस ने इंतजाम कर लिए हैं कि प्रमुख स्नान पर्व के साथ ही सामान्य स्नान के लिए यातायात योजना बनाई है
ट्रैफिक मैनेजमेंट को लेकर प्रयागराज के सभी सात प्रमुख रास्तों पर विशेष रूप से तैयारी की गई है. ऐसे आसार हैं कि जौनपुर, रीवा-बांदा के साथ ही वाराणसी के रास्त से लोगों के आने की संख्या ज्यादा हो सकती है.
कानपुर और मिर्जापुर से भी श्रद्धालुओं के भारी संख्या में आने के अनुमान लगाया गया है. ऐसे में आने वालों को कोई परेशानी न हो इसके लिए यातायात को लेकर शहर के रास्तों को लेकर विशेष इंतजाम किए गए हैं.
ध्यान दें कि महाकुंभ में 40 करोड़ से अधिक लोगों के आने की संभावना जताई गई है. ऐसे में यातायात पुलिस समेत शहर में लगभग सवा लाख पुलिसबल को चप्पे चप्पे पर तैनात किया गया है.
ट्रैफिक पुलिस एडवाइजरी की मानें तो महाकुंभ मेला और कमिश्नरी इलाके के सात प्रमुख मार्ग हैं. ये रोड हैं- वाराणसी रोड, मिर्जापुर रोड, जौनपुर रोड, रीवा-बांदा रोड, लखनऊ रोड, कानपुर रोड और प्रतापगढ़ रोड.
ट्रैफिक योजना पर गौर करें तो सबसे अधिक 21 फीसदी यातायात आने की उम्मीद जौनपुर रोड से है. 18 फीसदी तीर्थयात्रियों के आने का अनुमान बुंदेलखंड के रीवां-बांदा रास्ते से है.
वाराणसी रोड से 16 फिसदी तो वही 14 फीसदी यातायात का भार कानपुर रोड पर हो सकता है. मिर्जापुर ट्रैफिक रोड से 12 फीसदी तो वहीं लखनऊ रोड से 10 फीसदी लोगों के आने की उम्मीद है. प्रतापगढ़ रोड से 9 फीसदी लोग आ सकते हैं.
शाही स्नान को छोड़कर अगर सामान्य दिनों की बात करें तो इन सात रास्तों का ट्रैफिक प्लान भिन्न है. तैयार प्लान के अनुसार बड़ी और छोटी गाड़ियों के लिए पार्किंग स्थल अलग होंगे. सामान्य दिनों में पैदल यातायात पर कोई पाबंदी शहर वाले क्षेत्र में नहीं रहने वाली है.
कुंभ मेला क्षेत्र में वनवे ट्रैफिक होगा जिससे कि भीड़ एक जगह कहीं इकट्ठा न हो. अगर सामान्य दिनों में अगर भीड़ बढ़ती है तो एसएसपी कुंभ मेला ट्रैफिक डायवर्जन का फैसला स्थित को देखते हुए कर सकते हैं.