Rajya Sabha Chunav 2024: उत्तर प्रदेश में 10 सीटों पर हुए राज्यसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी (SP) के साथ बड़ा खेला हो गया और पार्टी के 7 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग कर एनडीए (NDA) उम्मीदवारों के पक्ष में मतदान किया.
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Rajya Sabha Chunav 2024 Cross Voting: उत्तर प्रदेश में 10 सीटों पर हुए राज्यसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी के साथ बड़ा खेला हुआ. समाजवादी पार्टी के 7 विधायकों ने NDA को वोट किया. क्रांस वोटिंग के कारण राज्यसभा की 8 सीट पर बीजेपी की जीत हुई. बीजेपी के आरपीएन सिंह, सुंधाशु त्रिवेदी, तेजवीर सिंह चुनाव जीते हैं. वहीं, साधना सिंह,अमरपाल मौर्य ,संगीता बलवंत,नवीन जैन और संजय सेठ की भी जीत दर्ज की है. समाजवादी पार्टी को 2 सीटों पर जीत मिली है. जया बच्चन और रामजी लाल सुमन राज्यसभा पहुंच गए हैं, जबकि वहीं तीसरे उम्मीदवार आलोक रंजन की हार हुई है.
सपा के 7 विधायकों के बगावत की INSIDE Story
राज्यसभा चुनाव में बंपर जीत के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) में जश्न का माहौल है. वहीं, समाजवादी पार्टी ने बीजेपी की जीत को लोकतंत्र का मजाक बताया है. अखिलेश यादव ने क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायकों पर कार्रवाई की बात कही है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि समाजवादी पार्टी के विधायकों ने आखिर अपनी ही पार्टी का साथ क्यों छोड़ दिया और क्रॉस वोटिंग कर एनडीए उम्मीदवार को जीत दिला दी.
1. पूजा पाल: उमेश पाल के हत्यारों को तत्काल सजा देने की वजह से सीएम की तारीफ की और भाजपा की तरफ रुख किया.
2. अभय सिंह: लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने अभय सिंह को धमकी दी थी और उनकी हत्या की साजिश हो रही थी. यूपी सरकार ने आरोपियों को पकड़वाया और इस वजह से ही अभय सिंह बीजेपी के करीब आए.
3. राकेश सिंह: सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से नाराज थे, क्योंकि दो ऐसे बड़े मामले आये जिसमे अखिलेश ने सपोर्ट नही किया।पहला जब गौरीगंज में झगड़ा हुआ राकेश प्रताप का जो सियासी हो गया और दूसरा जब लखनऊ में धरने पर बैठे थे
4. राकेश पाण्डेय: अपने बेटे रितेश पाण्डेय को अंबेडकर नगर से टिकट न देकर लालजी वर्मा को टिकट देने से नाराज थे.
5. विनोद चतुर्वेदी: भाजपा के एक बड़े नेता के बहुत करीबी हैं. इसी वजह से अखिलेश कई बार उनसे मिलने के लिए मना कर देते थे.
6. आशुतोष मौर्या: बदायूं से लोकसभा का टिकट मांग रहे थे, लेकिन सपा ने वहां से शिवपाल यादव को टिकट दिया है. इस वजह से आशुतोष मौर्य नाराज चल रहे थे.
7. मनोज पाण्डेय: स्वामी प्रसाद मौर्या का विरोध करते थे और इसी वजह से सपा परिवार के कई लोग नापसंद करते थे. मनोज पाण्डेय रायबरेली सीट I.N.D.I.A. गठबंधन को देने से नाराज थे.