रणथंभौर का गणेश मंदिर, जहां लोग डाक से भेजते हैं अपनी मनोकामनाएं
Ansh Raj
Jan 31, 2025
गणेशजी का त्रिनेत्र मंदिर
राजस्थान के सवाई माधोपुर के पास रणथंभौर में गणेशजी का एक ऐसा मंदिर है जहां भक्त चिट्ठी लिखकर दुखों को दूर करने की प्रार्थना करते हैं.
चिट्ठी लिखकर प्रार्थना
यहां रोज भगवान के नाम से सैकड़ों चिट्ठियां आती हैं. पुजारी इन चिट्ठियों को भगवान के चरणों में रखते हैं.
मान्यता
यहां मान्यता प्रचलित है कि गणेशजी भक्तों की चिट्ठी में लिखी मनोकामनाएं पूरी करते हैं.
गणेश उत्सव
गणेश उत्सव के दौरान यहां बड़ी संख्या में भक्त पहुंचते हैं.
गणेशजी की प्रतिमा
रणथंभौर में विराजित गणेशजी के त्रिनेत्र हैं यानी उनकी तीन आंखें हैं.
सपरिवार पूजा
भगवान के साथ उनकी पत्नियां रिद्धि-सिद्धि और पुत्र शुभ-लाभ की मूर्तियां भी स्थापित हैं.
मंदिर का इतिहास
ये मंदिर रणथंभौर के राजा हमीर ने 10वीं सदी में बनवाया था.
चिट्ठी भेजने की परंपरा
यहां प्रचलित मान्यता के अनुसार ये मंदिर मुगल काल से भी पहले का है. उस समय लोग अपने घर के मांगलिक कार्यों के लिए गणेशजी आमंत्रित करने के लिए निमंत्रण पत्र अर्पित करते थे.
कैसे पहुंचें
हवाई मार्ग से जयपुर पहुंचने के बाद रणथंभौर तक रेल या बस से पहुंचा जा सकता है.
रेल मार्ग
रेल मार्ग से आना चाहते हैं तो रणथंभौर से लगभग 10 कि.मी. की दूरी पर सवाई माधोपुर रेल्वे स्टेशन है.