Pratapgarh News: जिले में अभी हाल ही में हुई बारिश के बाद सभी नदी नाले उफान पर चल रहे हैं. ऐसे में कई स्थानों पर लोगों को अपनी जान जोखिम में डालकर रास्ता पार करना पड़ रहा है. कई स्थानों पर अधूरी बनी पुलिया के कारण लोगों को लंबा रास्ता तय करना पड़ रहा है. वहीं कुछ लोग अपनी जान जोखिम में डालकर रास्ता पार करते नजर आ रहे हैं.
बारिश बनी आफत
प्रतापगढ़ जिले में पिछले दो-तीन दिनों में हुई मूसलाधार बारिश के बाद कई नदी नाले उफान पर आ गए हैं. जिसके चलते कई जगह पर पुलियाओं के ऊपर पानी बह रहा है. एक गांव से दूसरे गांव का संपर्क भी टूट गया है. हालत यह है कि ग्रामीणों को अपने गंतव्य तक पहुंचाने के लिए कई किलोमीटर का लंबा चक्कर लगाना पड़ रहा है.
जान जोखिम में डाल रहे लोग
कई ग्रामीण ऐसे भी हैं जो लंबे चक्कर से बचने के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर बहते पानी के बीच रास्ता पार करते नजर आ रहे हैं. यदि बात धरियावद उपखंड की की जाए तो यहां लोहागढ़ पारसोला रोड पर जाखम नदी पर 180 मीटर लंबी पुलिया निर्माण के लिए एक वर्ष पूर्व शिलान्यास किया गया था, लेकिन अभी तक इस पुलिया का निर्माण नहीं हो पाया है. वर्तमान में इस पुलिया के ऊपर से पानी बह रहा है और ग्रामीण अपनी जान जोखिम में डालकर इस पुलिया को पार करते नजर आ रहे हैं.
हर तरफ पानी से तबाही
ग्रामीणों का कहना है कि अंबाव गांव से पारसोला की दूरी मात्र 9 किलोमीटर है, लेकिन पुलिया पर पानी बहने की स्थिति में उन्हें 40 किलोमीटर का सफर तय कर पारसोला पहुंचना पड़ता है. कई बार पुलिया पर पानी ज्यादा होने की स्थिति में लोगों को घंटे बैठकर पानी उतरने का इंतजार करना पड़ता है.
हर साल का यही है हाल
जिले में हर बार बारिश के मौसम में ग्रामीणों को इन परेशानियों से रूबरू होना पड़ता है, लेकिन उसके बाद भी प्रशासन सिर्फ चेतावनी जारी कर अपने कार्यों से इति श्री कर लेता है. अब देखना यह होगा कि आखिर प्रशासन कब लोगों को बहता पानी के बीच पुलिया पार करने की समस्या से निजात दिला पाता है.