Ashok Gehlot and Vasundhara Raje : राजस्थान चुनाव जैसे जैसे नजदीक आ रहे है. बयानबाजी तेज हो रही है. अशोक गहलोत ने मानेसर प्रकरण को छेड़ते हुए वसुंधरा राजे की तारीफ की. गजेंद्र सिंह शेखावत और अमित शाह का नाम लेते हुए अपने ही विधायकों पर निशाना साधा. तो राजे इसे साजिश करार दे रही है.
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Ashok Gehlot and Vasundhara Raje : राजस्थान में सियासी पारा एक बार फिर से हाई है. सचिन पायलट ने दो दिन पहले बाड़मेर में सियासी जमावड़ा किया. तो अगले ही दिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मानेसर प्रकरण को फिर छेड़ दिया. सीएम गहलोत ने पायलट गुट पर निशाना साधते हुए कहा कि अमित शाह ने 10-10 करोड़ रुपए दिए थे. उस साजिश में गजेंद्र सिंह शेखावत से लेकर धर्मेंद्र प्रधान जैसे नेता शामिल थे. तब वसुंधरा राजे ने हमारी सरकार बचाई थी. इसके जवाब में राजे ने कहा कि गहलोत उनके खिलाफ साजिश कर रहे है
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान पर वसुंधरा राजे ने जवाब देते हुए CM पर साजिश करने का आरोप लगाया. वसुंधरा राजे ने कहा कि मुख्यमंत्री मेरी तारीफ कर मेरे खिलाफ साजिश कर रहे है. जितना अपमान अशोक गहलोत ने मेरा किया है. उतना आज तक किसी ने नहीं किया. मुख्यमंत्री 2023 में होने वाली हार से भयभीत होकर झूठ बोल रहे है. गृहमंत्री अमित शाह पर भी झूठा आरोप लगाया है.
सीएम गहलोत ने धौलपुर में एक सभा को संबोधित करते हुए विरोधियों पर तीखे प्रहार किए थे. बीजेपी विधायक शोभारानी कुशवाहा की तारीफ से अपनी बात शुरू करते हुए कहा कि जब इस लेडी ने हमारा साथ दिया तो बीजेपी वालों की हवाईयां उड़ गई. शोभारानी के अलावा वसुंधरा राजे सिंधिया ने और कैलाश मेघवाल ने. इनको मालूम था कि भैरोसिंह शेखावत के समय बीजेपी के लोग उनकी सरकार गिरा रहे थे. पीसीसी चीफ के नाते लोग मेरे पास आए. पैसे बांटने लगे. मैनें शेखावत सरकार गिराने का विरोध किया था. बीमार व्यक्ति इलाज करने गया हुआ है. उसके पीछे जो षड़यंत्र करेगा उसमें मैं साथ नहीं दूंगा. शोभारानी कुशवाहा ने वसुंधरा राजे और कैलाश मेघवाल की बात को सुना. और बीजेपी के लोगों का साथ नहीं दिया.
सीएम गहलोत के इन आक्रामक बयानों के पीछे बाड़मेर में जुटी सचिन पायलट की भीड़ को वजह बताया जा रहा है. कहा जा रहा है कि जिस तरह से 16 से ज्यादा विधायक पायलट के साथ मंच पर थे. हेमाराम चौधरी, बृजेंद्र ओला और राजेंद्र गुढ़ा जैसे तीन मंत्री उस मंच पर थे. खिलाड़ीलाल बैरवा जैसे दर्जा प्राप्त मंत्री भी थे. बाड़मेर में करीब 30-40 हजार की भीड़ जुटने की बात कही जा रही है. पायलट के इसी शक्तिप्रदर्शन के बाद सीएम फिर से हमलावर होते हुए मानेसर प्रकरण को जिंदा कर दिया है.