Merta: दो समुदायों के बीच हुई पत्थरबाजी बनी पुलिस के गले की फांस, दिनभर चला ज्ञापन का दौर
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Merta: दो समुदायों के बीच हुई पत्थरबाजी बनी पुलिस के गले की फांस, दिनभर चला ज्ञापन का दौर

 नगौर जिले के मेड़ता शहर में रविवार की रात एक वर्ग विशेष के जरिए किसी के घर के सामने टेंट का पोल लगाने को लेकर शुरू हुए विवाद के बाद दो समुदायों के बीच पत्थरबाजी की घटना सामने आई थी. जो अब पुलिस प्रशासन के लिए परेशानी का सबब बन गया  है. 

Merta: दो समुदायों के बीच हुई पत्थरबाजी बनी पुलिस के गले की फांस, दिनभर चला ज्ञापन का दौर

Merta: नगौर जिले के मेड़ता शहर में रविवार की रात एक वर्ग विशेष के जरिए किसी के घर के सामने टेंट का पोल लगाने को लेकर शुरू हुए विवाद के बाद दो समुदायों के बीच पत्थरबाजी की घटना सामने आई थी. जो अब पुलिस प्रशासन के लिए परेशानी का सबब बन गया  है. 

कृषि मंडी व्यापार एवं उद्योग संघ और माहेश्वरी समाज  ने पुलिस  के जरिए संज्ञान लेते हुए दर्ज मामले में शांति समिति के सदस्यों सहित निर्दोष भाजपा कार्यकर्ताओं को नामजद करने का विरोध जताया है . साथ ही  प्रदर्शन किया. और गुरूवार  शाम तक मांगे नहीं मानने पर मेड़ता कृषि मंडी को अनिश्चितकालीन बंद रखने का ऐलान किया था. 

बता दें कि, रविवार को हुई मेड़ता  में  पत्थरबाजी की घटना  पुलिस प्रशासन द्वारा लिया गया संज्ञान ही पुलिस  के गले की फांस बन गया है. संज्ञान लेने के दौरान पुलिस ने 31 लोगों के नाम दर्ज करने के साथ साथ 119 लोगों के विरुद्ध राजकार्य में बाधा डालने , सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने , और कई धाराओं में मामला दर्ज किया था. जिस पर अब  पुलिस प्रशासन को कई संगठनों की नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है. 

बुधवार को राजसमंद सांसद दीया कुमारी ने भी इस प्रकरण में पुलिस की कार्रवाई पर सवालिया निशान लगाते हुए नाराजगी जाहिर की थी. गुरुवार सुबह से ही पवन परतानी के खिलाफ पुलिस की इस कार्रवाई को लेकर कृषि उपज मंडी व्यापारियों के जरिए  बैठकों का दौर आरंभ हुआ था जिसमें यह निर्णय लिया गया था कि गुरुवार शाम तक पवन परतानी सहित  सभी निर्दोष लोगों के खिलाफ गंभीर धाराएं नहीं हटाई गई तो शुक्रवार से  मेड़ता कृषि मंडी  को अनिश्चित काल के लिए बंद रखने का अल्टीमेटम दिया था. जिसके लिए उन्होंने  मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन भी दिया.

 इसी क्रम में देर शाम माहेश्वरी समाज मेड़ता और डांगावास  के जरिए  चारभुजा चौक से उपखंड अधिकारी कार्यालय तक विरोध जुलूस निकालते हुए 24 घंटे में पवन परतानी और निर्दोष लोगों के खिलाफ दर्ज मामले में गंभीर धाराएं नहीं हटाने पर शुक्रवार को मेड़ता बंद का अल्टीमेटम दिया है. माहेश्वरी समाज के साथ ज्ञापन देने पहुंची पवन परतानी की पत्नी रेखा ने उपखंड अधिकारी को पुलिस की कार्रवाई के बारे में जानकारी देते हुए पुलिस द्वारा धमकाने का आरोप लगाया साथ ही उस दिन का सीसीटीवी फुटेज भी दिखाया गया जिसमें एक भी महिला कॉन्स्टेबल पुलिस बल के साथ नहीं होने का दावा किया गया.

आपको बता दें कि मेड़ता कृषि उपज मंडी मूंग खरीद के मामले में देश की पहली एवं जीरे खरीद के मामले में देश की दूसरी सबसे बड़ी कृषि मंडी है यदि कृषि मंडी बंद रहती है तो प्रतिदिन 7 से 8 करोड़ के टर्नओवर का प्रभाव सरकार एवं किसानों पर पड़ेगा इस कृषि मंडी में प्रतिदिन 500 से 800 किसान अपनी फसल लेकर पूछते हैं ऐसे में यदि कृषि मंडी अनिश्चितकालीन बंद रहती है तो किसान वर्ग सहित खुदरा व्यापार पर भी खासा असर पड़ेगा.

Reporter: Damodar Inaniya

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