गहलोत गुट के दो विधायकों ने यू टर्न ले लिया है और कहा हैं कि जो आलाकमान फैसला करेंगा हम वही करेंगे
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Rajasthan Political Crisis : CP जोशी को इस्तीफ़ा देने वाले निर्दलीय विधायक खुश वीर सिंह जोजावर ने सुर बदलते हुए अब कहा है कि मैं आलाकमान सोनिया गांधी के साथ हूं. विधायक ने कहा कि बहते हुए पानी के विपरीत जाना आसान नहीं होता लेकिन सोनिया गांधी ने मुझे टिकट दिया था, मैं उन सौभाग्यशाली विधायकों में से एक हूं. मैंने टीवी पर अजय माकन का भावुक बयान देखा. मैंने निर्णय लिया है कि सोनिया गांधी जो आदेंश करेंगी मैं वो मानूंगा.
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इधर खेतड़ी विधायक डॉ जितेंद्र सिंह ने भी पाला बदलते हुए कहां कि मैं आलाकमान सोनिया गांधी के फ़ैसले के साथ हूँ. विधायकों के इस्तीफ़े देने के निर्णय मैं समर्थन नहीं करता हूं. आलाकमान जो फ़ैसला करेगी वो मंज़ूर होगा.
आपको बतादें कि राजस्थान में जारी घमासान के बीच अभी तक अशोक गहलोत और पायलट की चुप्पी साधी हुई है. दोनों की नेताओं के तरफ से कोई बयान सामने नहीं आया है. जबकि दोनों ही नेता फिलहाल जयपुर में हैं और दिल्ली के आगामी आदेशो का इंतजार किया जा रहा है.
आपको बता दें कि कल प्रदेश में जारी सियासी उठापटक के बीच प्रर्यवेक्षक अजय माकन और मल्लिकार्जुन खड़गे दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात कर सियासी घटनाक्रमों की जानकारी दे दी है. दिल्ली में 10 जनपथ पर अजय माकन, मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोनिया गांधी को राजस्थान में दो दिनों से चल रहे पॉलिटिकल ड्रामे के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी.
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बैठक खत्म होने के बाद अजय माकन का कहना था कि राजस्थान के सारे राजनीतिक घटनाक्रम पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने लिखित रिपोर्ट मांगी है. हम लिखित रिपोर्ट सोनिया गांधी को सौंप देंगे. हर विधायक की बात सोनिया गांधी को बतायी जाएगी. उन्होंने कहा कि रविवार की घटना से मैं आहत हूं. शर्तों के साथ प्रस्ताव पारित नहीं होते हैं. हर विधायक से राय लेनी थी, लेकिन विधायक एक साथ ही चर्चा करने को तैयार थे.
बता दें कि रविवार को विधायक दल की बैठक हुई, लेकिन इस बैठक में विधायक शामिल नहीं हुए. यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के आवास पर गहलोत समर्थक विधयकों ने बैठक कर एक साथ 92 विधायकों ने अपना इस्तीफा विधानसभा स्पीकर को सौंप दिया था
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