Rajasthan Politics: राजस्थान उपचुनाव से पहले मदन राठौड़ का प्रदेश कार्यकारिणी को लेकर बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि कोई टायर पंचर हो जाए तो स्टेपनी लगानी पड़ती है. जानिए उनका पूरा बयान क्या है?
Trending Photos
Madan Rathore said about by election 2024 : प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मदन राठौड़ ने डेढ़ महीने बाद अपनी कार्यकारिणी में पहला बड़ा बदलाव करते हुए करौली में नया जिला अध्यक्ष नियुक्त किया है. इसके साथ ही प्रदेश मुख्यालय में दो नए प्रदेश सह कार्यालय प्रभारी लगाए हैं.
इधर राठौड़ ने कार्यकारिणी में बदलाव को लेकर कहा कि हम कोई बहुत बड़ा फेरबदल नहीं करेंगे, लेकिन कहीं मान लो टायर पंक्चर हो जाए तो स्टेपनी लगानी ही पड़ेगी, यह करना ही पड़ेगा. राठौड़ ने कार्यकारिणी बदलाव को लेकर बड़ा बयान दिया.
भाजपा में राज्यसभा सांसद मदन राठौड़ की 26 जुलाई को पूर्व अध्यक्ष सीपी जोशी के इस्तीफा देने के कुछ समय बाद ही नियुक्ति की गई. राठौड़ ने 3 अगस्त को प्रदेश अध्यक्ष का कार्यभार भी संभाल लिया. प्रदेश अध्यक्ष का कार्यभार संभालने के डेढ़ महीने बाद तक अपनी कार्यकारिणी का गठन नहीं किया. प्रदेश में आने वाले समय में सात सीटों पर विधानसभा उपचुनाव है. ऐसे में उपचुनाव से पहले राजस्थान भाजपा में प्रदेश से लेकर जिला इकाई और मंडल तक बदलाव की संभावना नहीं है. लग रहा है कि बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष पुरानी टीम के साथ ही काम करेंगे, इसके संकेत उन्होंने साफ दे दिए.
एक जिला अध्यक्ष और दो सह प्रभारी नियुक्त -
दरअसल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ के निर्देश पर करौली जिला अध्यक्ष के पद पर बदलाव करते हुए शिव कुमार सैनी को करौली जिला का अध्यक्ष नियुक्त किया है, जबकि भवानी शंकर शर्मा और रजनीश चनाना को प्रदेश कार्यालय सह प्रभारी नियुक्ति किया है. मदन राठौड़ के अध्यक्ष बनने के बाद यह तीन बदलाव बड़े स्तर पर देखे जा रहे हैं, साथ ही, इस घोषणा से यह कयास लगाए जा रहे की बाकी प्रदेश के बाकी जिलों में भी भाजपा जल्द ही जिला अध्यक्षों की घोषणा कर सकती है. जिला अध्यक्ष के साथ मोर्चों और विभागों में बदलाव की चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया है.
अभी स्टेपनी बदली है, जरूरत होगी तो बदलेंगे
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने अपने नई टीम की घोषणा को लेकर कहा कि अभी कोई बहुत बड़ा फेरबदल नहीं करेंगे, लेकिन कहीं कोई टायर पंचर हो जाए तो स्टेपनी लगानी पड़ती है, यह तो करना ही पड़ेग वही किया जा रहा है. कहीं पर लगेगा की कलपुर्जों में आवाज आ रही है, तो उसको भी टाइट करना पड़ता है, ताकि आवाज नहीं आए, इसके उन्होंने कहा कि कहीं कुछ चेंज करना पड़े तो वह भी करना ही है, लेकिन अभी कोई बड़ा बदलाव हो ऐसा नहीं है. हालांकि हमारे ऊपर न ाकोई प्रतिबंध में नहीं है और ना ही कुछ छूट है. जरूरत है तो बदलाव करेंगे, जरूरत नहीं तो अभी नहीं करेंगे. अभी कुछ समय इन्हीं से काम चलाएंगे, लेकिन कुछ समय बाद नए सिरे से काम होगा.
राठौड़ के बयान से यह तो साफ हो गया कि वह भी अपनी ही टीम के साथ काम करेंगे, नये सिरे से ही टीम बनाएंगे. हालांकि उपचुनाव तक जरूर बड़ा बदलाव संगठन के स्तर पर दिखाई नहीं दे, लेकिन छोटे छोटे बदलाव के साथ राठौड़ अपनी टीम को तैयार करना तो शुरू कर दिया. बीजेपी के सियासी गलियारों में चर्चा इस बात की ज्यादा है कि जैसे ही उपचुनाव खत्म होंगे, उसके बाद संगठन में नए सिरे से बड़ा बदलाव होगा.
उपचुनाव से पहले किसी तरह की कोई नाराजगी सामने नहीं आये, इसलिए अभी मदन राठौड़ कुछ पदों पर ही बदलाव करके पुरानी टीम से काम चलाएंगे, लेकिन जिस तरह से मदन राठौड़ अपनी टीम में बदलाव को लेकर बयान देते रहे हैं. वह इस बात की ओर साफ संकेत करते हैं कि वह किसी पुरानी टीम के साथ नहीं, बल्कि अपनी नई टीम के साथ काम करेंगे.