सचिन पायलट 31 अक्टूबर को गुजरात में चुनावी प्रचार पर रहेंगे. यहां वे चार चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे और परिवर्तन संकल्प यात्रा में शिरकत करेंगे. मुख्यमंत्री का 31 अक्टूबर को लौटने का कार्यक्रम है यानी उसी दिन गुजरात में दोनों नेता अलग-अलग जगहों पर चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे.
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Jaipur: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मिशन गुजरात को लेकर चार दिवसीय दौरे पर हैं. शुक्रवार को गुजरात में उनका पहला दिन था. उन्होंने प्रेस कॉन्फ़्रेन्स की पार्टी नेताओं से मुलाक़ात की और चुनावी सभाओं को संबोधित किया. गहलोत के चार दिनों के दौरे के पहले दिन के ख़त्म होते होते सचिन पायलट के भी गुजरात दौरे का ऐलान हो गया.
सचिन पायलट 31 अक्टूबर को गुजरात में चुनावी प्रचार पर रहेंगे. यहां वे चार चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे और परिवर्तन संकल्प यात्रा में शिरकत करेंगे. मुख्यमंत्री का 31 अक्टूबर को लौटने का कार्यक्रम है यानी उसी दिन गुजरात में दोनों नेता अलग-अलग जगहों पर चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे. सचिन पायलट 31 अक्टूबर को अपने दौरे की शुरुआत खेड़ा ज़िले के फ़ागवेल में चुनावी सभा से करेंगे, जहां वे परिवर्तन संकल्प यात्रा में भी शामिल होंगे.
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इसी दिन पायलट राजकोट, लुनावादा, संतरामपुर और फतेहपुरा में चुनावी मीटिंग को सम्बोधित करेंगे. जबकि 31 अक्टूबर को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बनासकांठा में भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होकर राजस्थान लौट आएंगे.
गुजरात चुनाव सबसे बड़ी चुनौती
दरअसल पार्टी के अध्यक्ष पद की कमान संभालने के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे के लिए गुजरात चुनाव सबसे बड़ी चुनौती है. राहुल गांधी की मंशा भी गुजरात में हर हाल में कांग्रेस की सरकार बनाने की है. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के सबसे मज़बूत क़िले गुजरात में सेंध लगाने के लिए राजस्थान के 2 सबसे क़द्दावर नेता अपनी पूरी ताक़त लगा रहे हैं.
बता दें कि इन दोनों नेताओं के अलावा राजस्थान से मंत्री विधायकों और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की एक बड़ी टीम ऑब्ज़र्वर के तौर पर गुजरात में काम कर रही है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गुजरात के सीनियर ऑब्ज़र्वर है जबकि रघु शर्मा को पार्टी ने प्रभारी के तौर पर ज़िम्मेदारी दी थी. गुजरात में बड़ी संख्या में प्रवासी राजस्थानी रहते हैं.
साथ ही राजस्थान की सीमा से सटे इलाकों में भी यहां के नेताओं का बड़ा प्रभाव है. पिछले विधानसभा चुनाव में जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रभारी थे अब कांग्रेस ने बेहतर प्रदर्शन किया था इस बार भी राजस्थान के नेताओं के दम पर कांग्रेस पार्टी गुजरात चुनाव में चुनावी नैया पार लगाने की आस में है.