फायरिंग का मुख्य आरोपी गैंग सरगना अज़हर मोईन मलिक चढ़ा पुलिस के हत्थे, जानिए क्या है ये पूरा मामला?
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फायरिंग का मुख्य आरोपी गैंग सरगना अज़हर मोईन मलिक चढ़ा पुलिस के हत्थे, जानिए क्या है ये पूरा मामला?

Rajasthan Crime News: फायरिंग का मुख्य आरोपी गैंग सरगना अज़हर मोईन मलिक पुलिस के हत्थे चढ़ गया है. जानिए ये पूरा मामला क्या है?

फायरिंग का मुख्य आरोपी गैंग सरगना अज़हर मोईन मलिक चढ़ा पुलिस के हत्थे, जानिए क्या है ये पूरा मामला?

Rajasthan Crime: दौसा की मेहंदीपुर बालाजी थाना पुलिस ने दो दिन पूर्व बांदीकुई इलाके में फायरिंग मामले में 2 आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. साथ ही वारदात में काम ली गयी अवैध पिस्टल भी पुलिस ने बरामद कर ली है मामले के दो अन्य आरोपी अभी भी फरार हैं.

पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपी शातिर बदमाश है, जिन पर विभिन्न जिलों के थानों में करीब एक दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं. थानाधिकारी गौरव प्रधान ने बताया कि पुलिस अधीक्षक रंजीता शर्मा के निर्देशन में बदमाशों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है

उन्होंने कहा कि अभियान के तहत थानाधिकारी गौरव प्रधान के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया और ठीकरिया चांदूसा के बीच अलग-अलग टीमों ने आरोपियों की घेराबंदी की. गैंग सरगना आरोपी अजहर मोईन मलिक उर्फ आशु मलिक( हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी दौसा) और देवराज उर्फ गोलू (पुत्र राम सिंह गुर्जर निवासी चांदूसा) को पुलिस ने दबोचा लिया. जिनके कब्जे से पुलिस ने बांदीकुई वारदात में काम ली गयी पिस्टल सहित अवैध हथियार बरामद किए हैं.

पढ़िए राजस्थान क्राइम की एक और खबर

बुधवार को आय से अधिक संपत्ति के मामले में ACB द्वारा कोटा संभागीय आयुक्त IAS राजेंद्र विजय के दौसा जयपुर कोटा सहित 4 ठिकानों पर छापेमारी के बाद आज फिर से उनके दौसा के दुब्बी में स्थित पैतृक निवास पर ACB की टीम पहुंची. जहां सर्च की कार्रवाई की गई.

दरअसल, बुधवार को IAS राजेंद्र विजय के दुब्बी गांव स्थित पैतृक निवास पर दौसा ACB की टीम सर्च के लिए पहुंची थी लेकिन उस दौरान वहां कोई परिजन नहीं मिला था. जिसके चलते ACB ने राजेंद्र विजय के मकान को सील कर अपने अधिग्रहण में ले लिया था. अब ACB द्वारा आज फिर से IAS राजेंद्र विजय के पिता रामकरण विजय को बुलाया गया और उनकी मौजूदगी में दौसा ACB के डिप्टी SP नवल किशोर मीणा के नेतृत्व में टीम द्वारा मकान की तलाशी ली गई.

राजेंद्र विजय के पैतृक निवास से ACB को पंद्रह हजार रुपए की नगदी, दो चांदी के सिक्के और दो चांदी की रिंग मिली है लेकिन फिलहाल यह कह सकते हैं कि पूर्व में जयपुर स्थित ठिकानों पर ACB द्वारा सर्च किया गया था जहां से कई अकूत संपत्तियों के दस्तावेज और बड़ी तादात में सोने चांदी के आभूषण मिले थे. साथ ही कुछ नगदी भी ACB को मिली थी.

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