Chittorgarh News: चित्तौड़गढ़ जिले में बीती रात कोटा डिपो की अनुबंधित रोडवेज बस का एक कंडक्टर शराब के नशे में धुत्त होकर नाइट ड्यूटी पर आ गया. रात 8 बजे कोटा से चलने वाली बस राटा 10 बजे वाया रावतभाटा से होते हुए चित्तौड़गढ़ और उदयपुर होकर माउंट आबू जाती है. सफर के दौरान बस में कंडक्टर ने शराब के नशे में सवारियों से जमकर अभद्रता की.
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Chittorgarh News: राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में बीती रात कोटा डिपो की अनुबंधित रोडवेज बस का एक कंडक्टर शराब के नशे में धुत्त होकर नाइट ड्यूटी पर आ गया. रात 8 बजे कोटा से चलने वाली बस राटा 10 बजे वाया रावतभाटा से होते हुए चित्तौड़गढ़ और उदयपुर होकर माउंट आबू जाती है. सफर के दौरान बस में कंडक्टर ने शराब के नशे में सवारियों से जमकर अभद्रता की.
कई सवारियों से पैसे लेकर उन्हें टिकट नहीं दिए, तो कुछ सवारियों से टिकट के पैसे लेकर मनमानी राशि के पुरानी पर्ची वाले टिकट काट दिए, जो कि अब चलन में ही नहीं है. सवारियों ने विरोध किया तो कंडक्टर अभद्रता करने लगा. इस बीच बस में बैठी सवारियों ने कंडक्टर की शिकायत के लिए कोटा डिपो के मुख्य प्रबंधक, विजलेंस सहित हेड ऑफिस के कंट्रोल नंबर पर खूब कॉल किए.
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परंतु किसी जिम्मेदार ने कॉल नहीं उठाया और सवारियां परेशान होती रहीं. रात 2 बजे करीब रोडवेज बस चित्तौड़गढ़ बस स्टैंड पहुंची. जहां बस की सवारियां अपना आपा खो बैठीं और कंडक्टर को घेर कर जमकर हंगामा किया. करीब 20 से 25 मिनट तक बस स्टैंड पर हंगामा होता रहा. जिसके बाद चित्तौड़गढ़ डिपो के कर्मचारी आए.
तब कहीं जाकर कंडक्टर ने सवारियों से मनमानी तरीके से वसूले रुपए सवारियों को वापस लौटाए. वहीं मामलें में रोडवेज डिपो प्रबंधन की ओर से भारी लापरवाही ये देखने को मिली कि नशे में धुत्त कंडक्टर को बदलने की बजाय उसी कंडक्टर को आगे के सफर के लिए बस में सवारियों के साथ रवाना कर दिया गया.
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आपको बता दें कि पिछले डेढ़ महीने में कोटा मुख्य प्रबंधक को इसी बस के अलग-अलग चालक और परिचालकों के खिलाफ महिलाओं से अभद्रता सहित आधा दर्जन शिकायतें की जा चुकी हैं. महिला सुरक्षा जैसे संवेदनशील मामलों में शिकायत मिलने के बावजूद कोटा रोडवेज प्रबंधन ने इन मामलों में न तो चालक-परिचालक के खिलाफ कार्रवाई की और ना ही पीड़ितों को राहत दी गई.