पुलिस ने तहकीकात करते हुए आसपास लगे सीसीटीवी व तिजारा रोड़ पर टोल नाकों की फुटेज को खंगाला तो एक संदिग्ध स्कॉर्पियो गाड़ी का अनुमान लगा.
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Alwar: अलवर में एक राखी व्यवसायी का अपहरण कर उसकी पीट पीट कर हत्या कर दी गयी. व्यपारी का शव शहर से करीब 50 किलोमीटर दूर तिजारा थाना क्षेत्र के नोरंगाबाद मोड़ पर सड़क पर पड़ा मिला. घटना की जानकारी मिलते ही पूरे शहर में हलचल मच गई. शव के अस्पताल पहुंचने पर परिजनों और व्यपारियों की भीड़ जमा हो गयी.
मामला 29 जुलाई का है जब अलवर जिले के तिजारा थाना क्षेत्र के नोरंगाबाद मोड़ पर एक व्यक्ति लहू लुहान हालत में सड़क पर पड़ा था. किसी ने फोन पर 108 एम्बुलेंस को इसकी सूचना दी. घटना की जानकारी मिलते ही तिजारा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और युवक को अस्पताल भिजवाया लेकिन डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया. प्रथम दृष्टया साफ हो गया था इस व्यक्ति की निर्ममता से हत्या की गई है. खून ज्यादा बह जाने से व्यक्ति की मौत हो गयी थी.
मृतक की पहचान अलवर के राखी व्यवसायी व सट्टे के अवैध कारोबार से जुड़े 63 वर्षीय घनश्याम सैनी के रूप में हुई. हत्या की खबर पूरे शहर में आग की तरह फैल गयी. अस्पताल में परिजनों व व्यपारियों की भीड़ जमा हो गयी. एसपी तेजस्वीनी गौतम व एएसपी सरिता सिंह ने भी अस्पताल पहुंच कर घटना की पूरी जानकारी जुटाई और परिजनों से भी बात की.
इस मामले में मृतक के बेटे अनिल कुमार ने बताया उसके पिता सुबह करीब साढ़े नो बजे अपनी स्कूटी पर घर से दुकान जाने के लिए निकले थे लेकिन उसके बाद उनका दोपहर तक पता नहीं चला. एक बार फोन पर बात हुई तो उन्होंने कहा शाम तक घर आऊंगा , लेकिन बेटे को अपने पिता से बात करते समय कुछ शक हुआ कि पिता किसी दबाव में बात कर रहे हैं. अनिल ने करीब साढ़े तीन बजे कोतवाली थाने में अपने पिता की गुमशुदगी की रिपोर्ट भी लिखवा दी.
कॉल डिटेल के आधार पर घनश्याम सैनी का तिजारा की तरफ होना पाया गया. परिजन तिजारा की तरफ गए क्योंकि वहां घनश्याम की रिश्तेदारी थी. घनश्याम को ढूंढते ढूंढते शाम हो गयी थी तभी तिजारा थाना पुलिस को क्षेत्र के नोरंगाबाद मोड़ पर किसी व्यक्ति के लहूलुहान हालत में पड़े होने की जानकारी मिली. तभी परिजन भी वहां पहुंचे और घनश्याम को एम्बुलेंस से अस्पताल लाया गया, लेकिन तब तक घनश्याम की मौत हो चुकी थी. घनश्याम के शरीर पर गहरे चोट के निशान थे ,घनश्याम की मौत ज्यादा खून निकलने व अंदरूनी चोटों की वजह से हुई.
इस घटना के बाद व्यपारियों व परिजनों में आक्रोश बढ़ता गया. सैनी समाज ने पोस्टमार्टम के दौरान अस्पताल में धरना दिया और आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग ऊठाई. यहां मौजूद एएसपी ने गतिरोध दूर करते हुए आश्वासन दिया जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी. इस पूरी घटना के बाद एसपी तेजस्वीनी गौतम ने एएसपी सरिता सिंह के नेतृत्व एसआईटी सहीत चार टीमों का गठन किया और तहकीकात शुरू की.
पुलिस ने शहर के सीसीटीवी फुटेज खंगाले , तकनीकी टीमों की मदद ली गयी. टोल प्लाजा पर लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला गया. पुलिस को एक संदिग्ध स्कॉर्पियो गाड़ी पकड़ में आई लेकिन पुलिस को चार दिन बाद तक भी ना तो मृतक की स्कूटी मिल पाई ना ही हत्यारों का कोई सुराग मिल पाया था.
घनश्याम सैनी सट्टे के अवैध कारोबार से जुड़ा था ,पुलिस ने हर एंगल से जांच शुरू की. जांच में सामने आ चुका था कि घनश्याम सैनी का अपहरण स्कीम दो एरो ड्रम रोड़ स्थित एक हेयर ड्रेसर की दुकान से किया गया था. 29 जुलाई की देर शाम एक राखी के व्यपारी की हत्या के बाद शहर में सनसनी फैल गयी थी. शहर में हत्या के विरोध में आक्रोश बढ़ता गया. पुलिस के लिए बदमाशों को पकड़ना किसी चुनौती से कम नहीं था. आखिर पुलिस ने इस हत्याकांड का पांच दिन बाद खुलासा कर दिया. एसपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया यह हत्या फिरौती के लिए की गई थी.
29 जुलाई को राखी व्यवसायी और सट्टा के कारोबार से जुड़े करीब 63 वर्षीय घनश्याम सैनी की को कुछ बदमाशों ने अपहरण कर लिया था. उसके बाद आरोपी घनश्याम को किशनगढ़ बास क्षेत्र के जैरोली के जंगलों में ले गए. बदमाश पपला गैंग से जुड़े थे उन्होंने घनश्याम सैनी से फिरौती की मांग की थी , लेकिन घनश्याम उनकी मांग पूरी नहीं कर रहा था. जिसके चलते बदमाशों ने उसका अपहरण किया फिर उससे पहले दस करोड़ मांगे ,फिर पांच और फिर दो करोड़ की मांग की गई.
अंत मे बदमाशों ने 40 लाख रु की मांग की ,जब घनश्याम ने पैसे नहीं दिए तो उसे जमकर पीटा और उसे गम्भीर हालत में तिजारा क्षेत्र में नोरंगाबाद मोड़ के पास पटक कर फरार हो गए थे. जब तक घनश्याम को इलाज के लिए अस्पताल लाते रास्ते मे ही घनश्याम ने दम तोड़ दिया.
पुलिस ने तहकीकात करते हुए आसपास लगे सीसीटीवी व तिजारा रोड़ पर टोल नाकों की फुटेज को खंगाला तो एक संदिग्ध स्कॉर्पियो गाड़ी का अनुमान लगा. वहीं घायल होने के बाद बदमाशों ने घनश्याम के मोबाइल से ही 108 नम्बर पर फोन कर एम्बुलेंस को बुलाया था. इसके साथ ही वही स्कॉर्पियो गाड़ी अलवर में स्कीम दो , एरोड्रम रोड़ पर भी नजर आयी. जहां हेयर ड्रेसर की दुकान पर घनश्याम गया था. वहीं से ही घनश्याम का अपहरण कर लिया गया था. घनश्याम के अपहरण के बाद दो बदमाशों ने एक्टिवा को वहां से ले जाकर कही और खड़ा कर दिया था.
पुलिस कड़ी से कड़ी मिलाते हुए आरोपियों तक पहुंची
एसपी तेजस्वीनी गौतम ने प्रेसवार्ता में बताया कि घनश्याम का अपहरण छह लोगों ने किया था. जिसमे बलजीत उर्फ बल्ली , विशाल और झुन्नू मीणा को गिरफ्तार कर लिया गया है. अभी तीन अन्य अमित सोनी ,मोंटी सैनी और अप्पू उर्फ राजा की तलाश है. पकड़े गए आरोपियों से काम मे ली गयी स्कॉर्पियो गाड़ी , एक पिस्टल तथा दो कारतूस बरामद किए हैं.
एसपी ने बताया घनश्याम सैनी का अपहरण करने वाले मुख्य आरोपी बलजीत उर्फ बल्ली पपला गैंग के भी सम्पर्क में रहा है. बदमाशों को इस बात का पता था कि घनश्याम सैनी सट्टे का बड़ा काम करता है और उसने पपला के प्रतिद्वंद्वी चीकू गैंग को आर्थिक मदद की थीइसलिए घनश्याम से रंजिश भी थी और उससे फिरौती की मांग की गई. जिसके चलते उसका अपहरण किया गया. बदमाशों ने पहले दस करोड़ मांगे फिर पांच ओर फिर 40 लाख की मांग की थी. जिसके न मिल पाने से घनश्याम सैनी की हत्या हुई.
एसपी के निर्देश पर एएसपी सरिता सिंह के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया. जिसमें सीओ सिटी आदित्य पूनियां , सदर थाना अधिकारी राजेश शर्मा , अरावली विहार थानाधिकारी जहीर अब्बास , रामिकिशन कार्यवाहक थानाधिकारी कोतवाली सहित साइक्लोन , डीएसटी टीमो का गठन कर आरोपियो की गिरफ्तारी में सफलता हासिल की.
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