Alwar News: अलवर शहर के नंगली सर्किल स्थित विवेकानंद स्मारक पर स्वामी विवेकानंद की जयंती भारत विकास परिषद द्वारा मनाई गई, जिसमें संयोजक डॉ. के के गुप्ता ने बताया कि आज स्वामी विवेकानंद की 162 वी जयंती मनाई जा रही है.
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Alwar News: राजस्थान के अलवर शहर के नंगली सर्किल स्थित विवेकानंद स्मारक पर स्वामी विवेकानंद की जयंती भारत विकास परिषद द्वारा मनाई गई. इसमें कार्यक्रम के संयोजक डॉ. के के गुप्ता ने बताया कि आज स्वामी विवेकानंद की 162 वी जयंती मनाई गई. उन्होंने बताया कि आज यहां पर प्प्रान्त स्तर की वाद विवाद प्रतियोगिता भी आयोजित की गई है.
उन्होंने बताया कि आज स्वामी विवेकानंद की 162वीं जयंती है, जिसे राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है. यह दिवस उनके जीवन और शिक्षाओं को याद करने और उनके आदर्शों को अपनाने के लिए मनाया जाता है. स्वामी विवेकानंद एक महान आध्यात्मिक नेता और दार्शनिक थे. जिन्होंने भारतीय संस्कृति और अध्यात्म को विश्वभर में प्रसारित किया.
उनका जन्म 12 जनवरी 1863 को कलकत्ता में हुआ था. और उन्होंने अपना जीवन आध्यात्मिक ज्ञान और सेवा के लिए समर्पित किया. स्वामी विवेकानंद की शिक्षाएं आज भी प्रासंगिक हैं. और उनके विचारों ने लाखों लोगों को प्रेरित किया है. उनके कुछ प्रमुख संदेश हैं.
आत्म-विश्वास और आत्म-सशक्तिकरण. स्वामी विवेकानंद ने हमेशा आत्म-विश्वास और आत्म-सशक्तिकरण पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि हमें अपने आप पर विश्वास करना चाहिए और अपने सपनों को पूरा करने के लिए काम करना चाहिए.
सेवा और करुणा- स्वामी विवेकानन्द विवेकानंद ने सेवा और करुणा को महत्व दिया उन्होंने कहा कि हमें दूसरों की सेवा करनी चाहिए और उनके प्रति करुणा दिखानी चाहिए .आध्यात्मिक ज्ञान स्वामी विवेकानंद ने आध्यात्मिक ज्ञान को महत्व दिया. उन्होंने कहा कि हमें आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त करना चाहिए और अपने जीवन को आध्यात्मिक मूल्यों के अनुसार जीना चाहिए.
स्वामी विवेकानंद की जयंती पर हमें उनके संदेशों को याद करना चाहिए और उनके आदर्शों को अपनाना चाहिए. हमें अपने जीवन में आत्म-विश्वास, सेवा, करुणा, और आध्यात्मिक ज्ञान को महत्व देना चाहिए.