एयर कमीशन ने प्रदूषण फैलाने वाली भिवाड़ी की 10 कंपनियों के काटे बिजली कनेक्शन, कई पर बिजली गिरना बाकी
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एयर कमीशन ने प्रदूषण फैलाने वाली भिवाड़ी की 10 कंपनियों के काटे बिजली कनेक्शन, कई पर बिजली गिरना बाकी

Cut Electricity Connections: भिवाड़ी की आबोहवा को खराब करने वाली 10 कंपनियों पर एयर कमीशन की गाज गिर चुकी है. एयर कमीशन ने इन सभी कंपनियों के बिजली कनेक्शन कटवा दिए हैं. 

काटे बिजली कनेक्शन.

Cut Electricity Connections: भिवाड़ी की आबोहवा को खराब करने वाली 10 कंपनियों पर एयर कमीशन की गाज गिर चुकी है. एयर कमीशन ने इन सभी कंपनियों के बिजली कनेक्शन कटवा दिए हैं. इन कंपनियों को सुधार करने के लिए पहले तीन बार नोटिस दिए गए थे, लेकिन इन कंपनियों ने कोई सुधार नहीं किया. अभी इन्ही कंपनियों की तरह माल्टीनेशनल कंपनी सैंट गोबैन सहित चार कंपनियां भी इसी लाइन में है. अभी और कई कंपनियों पर एयर कमीशन की गाज गिरने की संभावना बताई जा रही है.

प्रदूषण कम करने के लिए 9 बड़ी कंपनियों पर कार्रवाई
भिवाड़ी में एयर कमीशन ने प्रदूषण कम करने के लिए 9 बड़ी कंपनियों पर कार्रवाई की है. इन सभी कंपनियों के एयर कमीशन के द्वारा बिजली कनेक्शन काटने के आदेश दिए गए थे जिस पर डिस्कॉम भिवाड़ी ने आदेशों की पालना करते हुए इन सभी नो कंपनियों के बिजली के कनेक्शन काट दिए हैं.

दीपावली के बाद दिल्ली का एक्यूआई 450 तो भिवाड़ी का 358 पहुंचा 
गत एक अक्टूबर से दिल्ली सहित पूरे एनसीआर में ग्रेप के नियम लागू हो गए इसके तहत भिवाड़ी में सभी सोसाइटियों सहित कंपनियों में चल रहे डीजी सेट पर पाबंदी लगा दी गई. प्रदूषण फैलाने वाली कंपनियों पर भी रोक लगाने के आदेश जारी हुए. दीपावली के बाद 29 अक्टूबर को दिल्ली का एक्यूआई जहां 450 था तो वहीं भिवाड़ी का 358 पहुंच चुका था. एक्यूआई के इस खतरनाक स्तर को देखते हुए एयर कमीशन ने तीसरे लेवल की पाबंदियां भी क्षेत्र में लागू कर दी थी जिसके तहत सभी प्रकार के निर्माण, ईट भट्टे, क्रेशर सहित अनेक गतिविधियों पर पूर्ण रूप से पाबंदी लगा दी है.

 इससे पहले एयर कमीशन की दिल्ली से आई हुई एक टीम ने भिवाड़ी की सभी उद्योग इकाइयों में जाकर निरीक्षण किया जिसमें कई दिग्गज कंपनियों सहित छोटी-बड़ी कंपनियों में ग्रेप के नियमों का उल्लंघन होता हुआ पाया गया, जिस पर इन सभी कंपनियों के खिलाफ एयर कमीशन ने बड़ा एक्शन लेते हुए इनके बिजली और पानी के कनेक्शन काटने के आदेश जारी किए.

सभी कंपनियों के कनेक्शन काटे जा चुके
प्राप्त जानकारी के अनुसार भिवाड़ी की नगीना फुटवियर , केपिटल स्पात , शारदा उद्योग, नव भारत इंडस्ट्रीज ,श्री राम स्टील, विक्की पॉलीकोट, विवा बायोकेस, श्री हरी इंडस्ट्री, राजीव मोटर व एस बी इंटरप्राइजेज इन सभी कंपनियों के कनेक्शन काटने के लिए अक्टूबर माह में आदेश जारी हुए और इसी महीने इन सभी कंपनियों के कनेक्शन काटे जा चुके है.

बड़ी कंपनियों का नाम आते ही अधिकारियों को सांप सूंघ जाता
जानकारी के अनुसार अभी और लेंसक्राफ्ट, जिंदल अलुमुनियम, सैंट गोबैन, F 76 प्लॉट जैसी कई बड़ी कंपनियां इस लाइन में है. बड़ी कंपनियों का नाम आते ही अधिकारियों को जैसे सांप सूंघ जाता है कुछ भी बताने के लिए मना कर देते हैं. अभी हाल ही में ऑटो ग्लास बनाने वाली मल्टीनेशनल कंपनी saint-gobain के भी बिजली और पानी के कनेक्शन काटने के आदेश जारी हुए थे लेकिन विद्युत विभाग की उदासीनता के चलते अभी कंपनी के कनेक्शन चालू है लेकिन उसी तारीख में जारी हुए अन्य कंपनियों के कनेक्शन काटने के आदेश की पालना करते हुए विद्युत विभाग भिवाड़ी ने उन कंपनियों के कनेक्शन काट दिए हैं.

कंपनी को बचाने की जुगत में लगे है डिस्कॉम के अधिकारी
अंदर खाने यह बात भी निकल कर आ रही है कि एयर कमीशन के द्वारा सैंट गोबैन कंपनी के कनेक्शन काटने के आदेश विद्युत विभाग को मिल चुके है लेकिन अधिकारी कंपनी को बचाने मे लगे हुए हैं. जब इन 10 कंपनियों के कनेक्शन काटने की जानकारी डिस्कॉम विभाग से जुटाई जा रही थी तभी यह भी बात सामने निकल कर आई.

गत 26 अक्टूबर को सैंट गोबैन कंपनी के बिजली पानी कनेक्शन काटने के आदेश एयर कमीशन ने जारी किए थे जब इस विषय पर निगम के एक्सईएन सतीश शर्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि अभी उनके द्वारा एयर कमीशन के द्वारा जारी किये गये आदेशों का रिव्यू किया जा रहा है. जब रिव्यु पूरा हो जाएगा तो आगे की कार्रवाई की जाएगी.

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यहां पर यह बड़ा सवाल खड़ा होता है कि क्या अब एयर कमीशन के आदेशों का भिवाड़ी विद्युत विभाग रिव्यू करने लगेगा. इधर भिवाड़ी विद्युत निगम के एईएन कालूराम शर्मा से बात करने की कोशिश की गई तो उनसे कोई संपर्क नहीं हो पाया और उन्होंने कॉल डायवर्ट कर ली, कार्यालय में जाकर देखा गया तो वहां पर भी नहीं मिले.

एक तरफ तो भिवाड़ी सहित जिले की पूरी प्रशासनिक मशीनरी भिवाड़ी के प्रदूषण को कम करने में जुटी हुई है तो वहीं भिवाड़ी का डिस्कॉम विभाग आदेश नहीं मिलने का हवाला देकर कंपनियों को छूट दे रहा है. अब इसमें देखना यह है कि छोटी कंपनियों के आदेश आते ही कनेक्शन काटने वाला भिवाड़ी का विद्युत विभाग क्या इन बड़ी कंपनियों के कनेक्शन काटने की हिम्मत दिखाएगा या फिर मामला यूं ही चलता रहेगा और भिवाड़ी की जनता प्रदूषण की मार झेलती रहेगी.

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