Rajasthan News: आज हम आपको राजस्थान की उस छोरी के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसको जन्म लेते ही दफना दिया गया था लेकिन कुदरत को कुछ ओर मंजूर था. इसी के चलते वह आज एक फेमस डांसर हैं, जिसकी चर्चा देश के साथ विदेशों तक हो रही है.
इस राजस्थानी छोरी को गुलाबो सपेरा के नाम से जाना जाता है, जिनका जन्म 1960 में अजमेर जिले के कोटड़ा गांव में हुआ था. लड़की होने के चलते गुलाबो को जन्म लेते ही जिंदा दफना दिया गया था.
जब गुलाबो की मां को होश आया तो वह अपनी बच्ची ढूंढने लगी लेकिन वह नहीं मिली. वहीं, मां और मौसी रात के 12 बजे जमीने से गुलाबो को निकालकर लाई, तब तक उसी सांसे चल रही थी.
गुलाबो बचपन से ही बीन की धुन पर नाचती थी. ऐसे में धीरे-धीरे ये डांस फेमस हो गया और गुलाबो ने 17 साल की उम्र में वाशिंगटन में अयोजित फेस्टिवल ऑफ इंडिया प्रोग्राम में परफॉर्म करने का मौका मिला. इस गुलाबो सपेरा पूरी दुनिया में कालबेलिया डांसर के नाम फेमस हुई.
गुलाबो सपेरा का असली नाम धनवंतरी है. उनके पिता उनको प्यार से गुलाबो कहते थे. गुलाबो बचपन से ही सुंदर थी और उनके गाल एक दम गुलाबी थे.
कालबेलिया डांस को केवल महिलाएं ही करती हैं, जिसकी शुरुआत गुलाबो सपेरा ने ही की थी. कालबेलिया डांस को देखने लोग राजस्थान घूमने जाते है. ये डांस काफी फेमस है.
ट्रेन्डिंग फोटोज़