MP को यूं ही नहीं कहते टाइगर स्टेट, यहां है बाघों की रोमांचक दुनिया, बढ़ रहा कुनबा
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MP को यूं ही नहीं कहते टाइगर स्टेट, यहां है बाघों की रोमांचक दुनिया, बढ़ रहा कुनबा

World Tiger Day: मध्य प्रदेश का पर्यटन बाघों की प्रसिद्धी के लिए भी जाना जाता है, क्योंकि देश के सबसे ज्यादा टाइगर मध्य प्रदेश में पाए जाते हैं. जिसकी वजह भी खास है. 

मध्य प्रदेश टाइगर स्टेट

Madhya Pradesh Tiger State: मध्य प्रदेश यानि टाइगर स्टेट. यह उपलब्धि ऐसे ही प्रदेश का हासिल नहीं हुई है, बल्कि इसके पीछे बहुत मेहनत और लंबा सफर शामिल रहा है. आज मध्य प्रदेश में 785 टाइगर्स हैं जो प्रदेश की शान बढ़ा रहे हैं. मध्य प्रदेश में बाघों की एक रोमांचक दुनिया है, जिसे देखने हर साल लाखों की संख्या में पर्यटक मध्य प्रदेश आते हैं. मध्य प्रदेश में बाघों की दुनिया देखकर पर्यटक भी खुश हो जाते हैं, जिससे पूरी दुनिया में मध्य प्रदेश की प्रसिद्ध बढ़ रही है. 

मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा टाइगर 

मध्य प्रदेश में टाइगरों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. यहां बाघों की आबादी 526 से बढ़कर 785 पहुंच गई है, पिछले चार से पांच साल में 259 बाघ बढ़े हैं, यह बढ़ोत्तरी 2010 में कुल आबादी 257 से भी ज्यादा है. जिससे समझा जा सकता है कि बाघों के संरक्षण में प्रदेश तेजी से काम कर रहा है.  प्रदेश में बाघों के रहने के लिए उपयुक्त वातावरण और पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हैं, यही वजह है कि बाघों ने भी मध्य प्रदेश को अपना घर बनाया है. प्रदेश में बाघों के संरक्षण के लिए लगातार काम किया जा रहा है. 

इस तरह टाइगर स्टेट बना मध्य प्रदेश 

दरअसल, देश में बाघों की गिनती हर चार साल में एक बार होती है. 2006 से 2010 के बीच जब बाघों की गिनती हुई तो मध्य प्रदेश में कुल संख्या 257 तक हो गई थी. इसके बाद वन एवं पर्यावरण विभाग की तरफ से बाघों के संरक्षण के लिए तेजी से काम शुरू कर दिया गया. प्रदेश में वन्य जीवों के संरक्षण की दिशा में तेजी से काम शुरू किया, जिसका परिणाम भी दिखने लगा. टाइगर फोर्स को भी और एक्टिव किया गया, जिससे वन्यप्राणी अपराधियों पर लगाम लगानी शुरू हो गई. बाघों के संरक्षण की वजह से हर साल बड़ी संख्या में बाघों का जन्म हुआ. जिसके बाद दूसरी गिनती में यह संख्या 526 हो गई और आखिरी बार में यह संख्या बढ़कर आज 785 पहुंच गई है. इस तरह मध्य प्रदेश देश में सबसे ज्यादा बाघों वाला राज्य बन गया है. 

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बाघों से बढ़ रहा पर्यटन 

मध्य प्रदेश में आज 6 टाइगर रिजर्व हैं, जहां हर साल बाघों का दीदार करने बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं. पिछले साल 26 लाख से ज्यादा पर्यटकों ने बाघों का दीदार किया है, जिससे प्रदेश में 55 करोड़ से ज्यादा की कमाई हुई है. यह कमाई 2023 में हुई है, जो 2022 की तुलना में 7 करोड़ ज्यादा है. जबकि पर्यटकों की संख्या भी हर साल बढ़ रही है. 2022 में 23.90 लाख जबकि 2021 में 13.96 लाख पर्यटक मध्य प्रदेश पहुंचे थे. पर्यटकों की संख्या बढ़ने से रोजगार भी मध्य प्रदेश में बढ़ रहा है. 

ये हैं प्रसिद्ध टाइगर रिजर्व 

  • कान्हा टाइगर रिजर्व 
  • बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान 
  • पन्ना टाइगर रिजर्व 
  • सतपुड़ा टाइगर रिजर्व 
  • संजय दुबरी टाइगर रिजर्व 
  • पेंच टाइगर रिजर्व 

बाघों की दुनिया 

मध्य प्रदेश में बाघों की एक रोमाचंक दुनिया है, कान्हा टाइगर रिजर्व से लेकर पेंच टाइगर रिजर्व तक जगह-जगह बाघों की अटखेलियां आपको खुश कर देगी. कही बाघ आपको शिकार करते हुए नजर आएंगे तो कही आराम फरमाते हुए नजर आएंगे. जबकि कही वह अपने बच्चों के साथ आनंद करते हुए भी दिखाई दे जाते हैं. ऐसे में बाघों के दीदार के लिए आप भी मध्य प्रदेश घूमने चले आइए. 

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