उज्जैन में एक निर्दयी मां अपने 5 वर्षीय मासूम बेटे और 2 वर्षीय बेटी को अकेला छोड़ कर 6 दिन से घर से गायब है. पड़ोसियों द्वारा बच्चों का देखरेख किया जा रहा है. महिला का चार महीने पहले ही पति से तलाक हुआ है.
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राहुल सिंह राठौड़/उज्जैनः शहर से एक बेहद हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जहां एक निर्दयी मां अपने 2 वर्षीय बेटे और 5 वर्षीय मासूम बेटे को घर पर अकेला छोड़ फरार है. शाम तक जब बच्चे घर में अकेले रहने के बाद घर के बाहर रोते बिलखते हुए भटकने लगे, जिसके बाद इसकी जानकारी पड़ोसियों को हुई और उसने इसकी सूचना पुलिस को दी. बता दें कि बच्चों की मां 6 दिनों से फरार चल रही है. फिलहाल बच्चों का देख-रेख पड़ोसियों द्वारा किया जा रहा है.
दरअसल पूरा मामला शहर के थाना माधवनगर क्षेत्र अंतर्गत देसाई नगर का है, जहां एक तलाक शुदा महिला रानू अपने प्रेमी अभिषेक मौर्य के साथ किराये के मकान में दो बच्चों के साथ विगत 4 महीनों से रह रही थी, लेकिन 6 दिन पहले महिला अचानक बीमार हुई और उसे जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया. भर्ती होने से पहले महिला बच्चों को कहकर गई की बड़े पापा आयंगे मैं अस्पताल जा रही हूं और बच्चे अकेले रह गए. मासूमों को रोता बिलखता देख जब पड़ोसियों ने बच्चो से पूछा की मां कहां गई है, तब 5 वर्षीय मासूम लक्षित ने बताया कि मां मुझसे अस्पताल का कहकर गई है. जब पड़ोसियो ने अस्पताल में पता किया तो महिला वहां से जा चुकी थी. आज 6 दिन तक भी जब महिला और उसका प्रेमी घर नहीं लौटे तो क्षेत्र में बच्चो को लेकर एक अलग ही माहौल बन गया.
पड़ोसी कर रहे बच्चों की देखभाल
बच्चों की देखभाल पड़ोस में रहने वाले सूर्य प्रकाश अखंड व आशीष श्रीवास्तव के परिवार वाले अपने बच्चो की तरह कर रहे हैं. इनके परिवार के लोग बच्चों के आंसू पोंछ उन्हें अपनेपन का एहसास करवा रहै हैं, बच्चों को भी इतना प्रेम मिल रहा है कि वे अब उनके मां पिता के पास नहीं जाना चाहते. ये अच्छी बात है कि आज भी इंसानियत जिंदा है वरना दोनों मासूमों की सुध लेने वाला कोई नहीं था.
पति से 4 महीना पहले हो चुका है तलाक
पड़ोसी सूर्य प्रकाश अखंड ने बताया कि 5 साल का लड़का जिसका नाम लक्षित और 2 साल की लड़की है जिसका नाम रिया है, दोनों की मां तलाक शुदा है. महिला अपने प्रेमी के साथ पिछले 3 से 4 महीनों से रह रही थी. प्रेमी अभिषेक मौर्य बर्फ के गोले का ठेला लगाता है, लेकिन 26 जून से दोनों गायब हैं और बच्चों को अकेला छोड़ गए. जिसके बाद से हम पड़ोसी ही बच्चों की देखभाल कर रहे हैं. बच्चों के अकेले होने की जानकारी हमने पुलिस में दी है, लेकिन अब तक कोई नहीं पहुंचा. वहीं महिला का पहला पति अनिल गुप्ता तलाक होने के बावजुद बच्चों से मिलने आता था, लेकिन उसने भी बच्चो को रखने से मना कर दिया हम ही देख भाल कर रहे है.
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