mp news-मध्यप्रदेश में कई प्राचीन और रहस्यमई मंदिर मौजूद हैं. इन मंदिरों को लेकर कई तरह की मान्यताएं है जो लोगों के लिए आस्था का विषय है. अशोकनगर जिले में स्थित बीजासन माता मंदिर भी रहस्यमयी मंदिरों में से एक है, कहा जाता है कि माता के दरबार में आने और पूजा अर्चना कर जल आंखों में लगाने से नेत्र रोग ठीक हो जाते हैं.
अशोकनगर जिले में स्थित कदवाया में बीजासन माता का अनोख मंदिर मौजूद है, हर दिन इस मंदिर में हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं. इस मंदिर को लेकर कहा जाता है कि यहां हर तरह के नेत्र रोग ठीक होते हैं.
मंदिर में श्रद्धालु पहुंचते हैं और मां के जलाभिषेक के जल को आंखों से लगाते हैं. लोगों का मानना है कि ऐसा करने से नेत्ररोग ठीक हो जाते हैं. रोग ठीक होने के बाद श्रद्धालु मंदिर में आकर मां को सोने-चांदी की आंखें समर्पित करते हैं.
सैंकड़ों साल पुराने इस मंदिर में आम दिनों में तो लोग पहुंचते ही हैं, लेकिन हर चतुर्दशी को दूर-दूर से करीब 10 हजार लोग आते हैं.
इस मंदिर में मां बीजासन राक्षस पर विराजमान हैं और दोनों हाथों में नरमुंड हैं. प्रतिमा के एक तरफ भगवान गणेश और दूसरी तरफ अष्टभुजी मां दुर्गा की प्रतिमा है. मंदिर में विराजमान मां बीजासन की प्रतिमा दिन में तीन रूप बदलती हैं.
सुबह के समय बाल्य अवस्था, दोपहर 12 बजे से युवा अवस्था और शाम को 6 बजे से मां की प्रतिमा वृद्धावस्था में नजर आती है. हर रोज सुबह 4 बजे मां का जलाभिषेक व पूजा होती है और रात को 8 बजे आरती के साथ मंदिर बंद हो जाता है.
पंडा परिवार मां बीजासन की पूजा करता है, मंदिर के पंडा ने बताया कि किसी को आंखों से संबंधित कोई समस्या है तो वह रोज सुबह किए जाने वाले मां के जलाभिषेक का जल तीन बार अपनी आखों से लगाता है तो नेत्र रोग ठीक हो जाते हैं.
श्रद्धालुओं नेत्र रोग के ठीक होने के बाद सोने-चांदी की आंखें मां को अर्पित करते हैं, यह आंखे पतली पन्नी की तरह होती हैं. मां बीजासन के दर्शन के लिए मध्यप्रदेश के अलावा दूसरे राज्यों से भी श्रद्धालु दर्शन और पूजा अर्चना के लिए पहुंचते हैं.
ट्रेन्डिंग फोटोज़