मध्य प्रदेश में BJP का ''मिशन-2023'' का बड़ा प्लान, इन 100 विधानसभा सीटों पर खास फोकस
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मध्य प्रदेश में BJP का ''मिशन-2023'' का बड़ा प्लान, इन 100 विधानसभा सीटों पर खास फोकस

मध्य प्रदेश Madhya Pradesh में बीजेपी BJP ने 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर 100 विधानसभा सीटों पर विशेष प्लान बनाने की शुरुआत की है. पार्टी इन 100 सीटों पर खास फोकस कर रही है. जानिए इन सीटों पर बीजेपी क्या तैयारी में जुटी है.

मध्य प्रदेश में BJP का ''मिशन-2023'' का बड़ा प्लान, इन 100 विधानसभा सीटों पर खास फोकस

प्रमोद शर्मा/भोपाल। मध्य प्रदेश  Madhya Pradesh में बीजेपी BJP ''मिशन-2023'' की तैयारियों में जुटी हुई है. पार्टी को 2018 के विधानसभा चुनावों में कम सीटें मिली थी, जिससे बीजेपी बहुमत से दूर रह गई थी. ऐसे में पार्टी ने इस बार नए तरीके से प्लानिंग बनानी शुरू की है. बीजेपी इस बार प्रदेश की 100 विधानसभा सीटों पर विशेष फोकस कर रही है. क्योंकि इन 100 सीटों के जरिए बीजेपी मिशन-2023 को सफल बनाने की तैयारी में जुट गई है. बीजेपी ने इन 100 सीटों को जीतने के लिए माइक्रो प्लानिंग बनाई है. ऐसे में हम आपको बताते हैं यह 100 सीटें बीजेपी के लिए क्यों खास हैं. 

हारी हुई 100 सीटों पर विशेष फोकस 
दरअसल, बीजेपी को 2018 के विधानसभा चुनाव में 107 सीटें मिली थी, जिससे पार्टी बहुमत से दूर रह गई थी. ऐसे में पार्टी ने हारी हुई 100 सीटों पर विशेष फोकस करने का प्लान बनाया है. पार्टी ने दिग्गज नेताओं को इन सीटों पर तैनात करने का प्लान बनाया है, ताकि हर एक सीट पर बूथ मैनेंजमेंट को मजबूत किया जा सके और 2023 में इन सीटों पर बीजेपी की वापसी हो. 

सांसद-विधायकों और जिला अध्यक्ष की तैनाती 
बीजेपी प्रत्येक सीट पर चुनाव होने तक सांसद-विधायकों और जिला अध्यक्ष की जिम्मेदारी तय कर दी गई है. पार्टी ने सभी नेताओं को इन सीटों को जीतने के लिए माइक्रो प्लानिंग बनाने की बात कही है. जबकि संगठन की निगरानी में इन नेताओं के इन सीटों पर लगातार दौरे होते रहेंगे. जिसका पूरा मैनेजमेंट संगठन की निगरानी में होगा. राज्यसभा सांसदों, प्रदेश के केंद्रीय मंत्री और प्रदेश पदाधिकारियों को भी इन सीटों पर जाना पड़ेगा. इसके अलावा प्रदेश सरकार के मंत्री भी इन सीटों पर विशेष फोकस रखेंगे. 

इन अंचलों में बीजेपी को हुआ था नुकसान 
दरअसल, 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को प्रदेश के कुछ अंचलों में नुकसान हुआ था. पार्टी को ज्यादातर मालवा-निमाड़, ग्वालियर-चंबल और बुंदेलखंड अंचल की सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था. बता दें कि मालवा-निमाड़ मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा अंचल हैं, इस अंचल में प्रदेश की 65 विधानसभा सीटें आती है. लेकिन 2018 के विधानसभा चुनाव में यहां बीजेपी की सीटें घटकर आधी रह गई थी. ऐसे में पार्टी सबसे ज्यादा मालवा-निमाड़ पर फोकस कर रही है. जबकि ग्वालियर-चंबल और बुंदेलखंड अंचल की सीटों पर भी बीजेपी सक्रिए हैं. 

आदिवासी बहुल सीटों पर विशेष नजर 
बीजेपी को पिछले चुनाव में आदिवासी बहुल सीटों सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा था. ऐसे में पार्टी ने धार, झाबुआ, खरगोन, बड़वानी जैसे आदिवासी बहुल जिलों की हर एक विधानसभा सीट पर विशेष तैयारी की है. खुद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा अगले सप्ताह से आदिवासी इलाकों का दौरा करेंगे. इन क्षेत्रों में पार्टी नेता-कार्यकर्ताओं की बैठक होगी, जहां बदलाव की जरुरत होगी वहां बदलाव भी किए जाएंगे. 

ऐसा था 2018 विधानसभा चुनाव का रिजल्ट 
मध्य प्रदेश के 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 114 सीटें मिली थी और बीजेपी को 107 सीटें मिली थी. 4 सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशी जीते थे, जबकि दो सीटें बसपा और एक सपा को मिली थी. यानि किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला था. पहले कांग्रेस ने सरकार बनाई थी. लेकिन बाद में सिंधिया के बीजेपी में शामिल होने के बाद बीजेपी ने सरकार बनाई थी. जबकि एक निर्दलीय एक सपा और एक बसपा विधायक बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. यही वजह है कि बीजेपी अभी से हारी हुई 100 सीटों पर विशेष फोकस कर रही है.

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