Bhanupratappur by-election: भानप्रतापपुर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए आज बीजेपी और कांग्रेस के प्रत्याशी आज नामांकन दाखिल कर देंगे. उपचुनाव के लिए बीजेपी के दिग्गज नेता ने बड़ा दावा किया है.
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Bhanupratappur by-election: छत्तीसगढ़ की भानुप्रतापपुर विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव के लिए आज नामांकन करने का आखिरी दिन है. कांग्रेस और बीजेपी के प्रत्याशी आज चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करेंगे. वहीं उपचुनाव के सियासी समर में अभ नेताओं की बयानबाजी भी शुरू हो गई है. भानुप्रतापपुर उपचुनाव के लेकर प्रदेश के पूर्व सीएम और बीजेपी के दिग्गज नेता रमन सिंह ने बड़ा दावा किया है.
भानुप्रतापपुर विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव के लिए बीजेपी ने ब्रह्मानंद नेताम को मैदान में उतारा है. जबकि कांग्रेस ने दिवंगत विधायक मनोज मंडावी की पत्नी सावित्री मंडावी पर भरोसा जताया है. ऐसे में चुनाव में मुकाबला कड़ा होने की उम्मीद है. कांग्रेस प्रत्याशी के नामांकन में आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रदेशश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम भी शामिल होंगे, जबकि बीजेपी प्रत्याशी के साथ भी रमन सिंह सहित प्रदेश बीजेपी के सभी बड़े नेता शामिल होंगे.
इस बार बीजेपी ही जीतकर आएगी: रमन सिंह
पूर्व सीएम रमन सिंह ने भानप्रतापपुर उपचुनाव को लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि ''कितना भी इधर-उधर कर लें लेकिन बीजेपी ही जीत कर आयेगी, इस बार के चुनाव में जनता ने मन बना लिया हैं की कांग्रेस को सबक सिखाना है. इसलिए इस बार जीतकर बीजेपी ही आएगी.''
सरकार ने सभी वर्गों को परेशान किया है
रमन सिंह ने बघेल सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ''आरक्षण के चलते बहुत सारे छात्र परेशान है, नियुक्तियां रुकी हुई है, क्योंकि सरकार ने सभी वर्गों को परेशान करके रखा है. आज किसान, मजदूर, महिला, अनुसूचित जनजाति पिछड़ा वर्ग सभी परेशान है. लेकिन सबका बदला इस चुनाव में वोटों में परिवर्तित होगा. उन्होंने कहा कि भानप्रतापपुर उपचुनाव में जनता बीजेपी पर ही भरोसा जताएगी.'' वहीं छत्तीसगढ़ में अनियमित कर्मचारी एक बार फिर आंदोलन करने जा रहे हैं, जिस पर रमन सिंह ने कहा कि चुनाव जीतने के लिए जितना वादा किया है सरकार ने उसमें से एक भी वादे पूरे नहीं किए हैं. अनियमित कर्मचारी पिछले 4 साल से इंतजार करते करते थक गए हैं.
बीजेपी से ब्रम्हानंद नेताम क्यों?
उपचुनाव में आरक्षण पर छाया रहेगा. ऐसे में पार्टियां ऐसा प्रत्याशी उतार रही हैं जो इस समय सीट जीत सके. बीजेपी के फैसले से भी कुछ ऐसा ही लगता है. ब्रम्हानंद नेताम ने 2008 मनोज मंडावी को एक बार हरा चुके हैं. इनका नाम इलाके से चर्चा में रहता है. आदिवासी संगठनों के बीच नेताम की अच्छी पैठ मानी जाती है. बीजेपी को उम्मीद है कि नेताम की पैठ का फायदा भाजपा को मिलेगा.
क्यों कराए जा रहे हैं उपचुनाव
16 अक्टूबर को भानुप्रतापपुर से कांग्रेस विधायक मनोज सिंह मंडावी का निधन हो गया था. वे धमतरी के सर्किट हाउस में रुके हुए थे, जहां उन्हें दिल का दौरा पड़ गया था. इसके बाद उन्होंने धमतरी अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया था. उनके निधन के बाद ये सीट खाली हो गई, जिस कारण यहां उपचुनाव कराए जा रहे हैं.
4 साल में छत्तीसगढ़ का 5वां उपचुनाव