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Saubhagya Sundari Vrat: महिलाओं को करना चाहिए सौभाग्य सुंदरी व्रत, जानें तारीख महत्व और विधि

Saubhagya Sundari Vrat 2023: 30 नवंबर को सौभाग्य सुंदरी व्रत होने जा रहा है. इसे महिलाओं के लिए खास फल देने वाला माना जाता है. आइये जानें इसकी डेट, महत्व और विधि

सौभाग्य सुंदरी व्रत

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सौभाग्य सुंदरी व्रत

सनातन धर्म में सौभाग्य सुंदरी व्रत का काफी महत्व है. इसे महिलाओं के लिए पुण्यकारक माना जाता है. इस व्रत को रखने से महिलाओं को अखंड सौभाग्य का फल मिलता है. आइये जानें इसकी डेट, महत्व और विधि.

सौभाग्य सुंदरी व्रत तारीख

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सौभाग्य सुंदरी व्रत तारीख

सौभाग्य सुंदरी व्रत हर साल मार्गशीर्ष माह, कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को होता है. इस साल ये तिथि 30 नवंबर 2023 को पड़ रही है. इस दिन भगवान शिव व माता पार्वती का पूजन किया जाता है.

सौभाग्य सुंदरी व्रत का महत्व

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सौभाग्य सुंदरी व्रत का महत्व

हिंदू मान्यताओं के अनुसार, सौभाग्य सुंदरी व्रत अखंड सौभाग्य वाला उपवास है. इस दिन शिव पार्वती के साथ गणेश, कार्तिकेय का पूजन होता है. इस व्रत को रखने से दांपत्य जीवन खुशहाल होता है. इसे रख महिलाएं माता पार्वती से अपनी मनोकामना के लिए अनुरोध करती हैं.

सौभाग्य सुंदरी व्रत पूजा विधी

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सौभाग्य सुंदरी व्रत पूजा विधी

- सुबह स्नान के बाद व्रत का संकल्प करें और मंदिर की साफ-सफाई करें - मंदिर चौकी पर लाल या पीले कपड़े में भगवान शिव, माता पार्वती और गणेश जी मूर्ति रखें - माता पार्वती को सिंदूर का तिलक लगाकर भगवान शिव व गणेश जी को हल्दी या चंदन लगाएं

पूजा विधी

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पूजा विधी

- पुष्प अर्पित करने के बाद पान, 2 सुपारी, 2 लौंग, 2 हरी इलाचयी, 1 बताशा और 1 रुपए अर्पित करें - माता पार्वती को 16 श्रृंगार का अर्पित करें और घी का दीपक जलाएं - मीठे का भोग लगाने के बाद व्रत कथा पढ़े और फिर चालीसा का पाठ करना लाभकरी माना जाता है

श्रृंगार स्वंय इस्तेमाल करें

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श्रृंगार स्वंय इस्तेमाल करें

पूजन हवन करने के बाद पारण करना चाहिए. जानकार बताते हैं की माता पार्वती को अर्पित श्रृंगार व्रति महिलाओं को खुद उपयोग करना चाहिए.

Disclaimer

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Disclaimer

सौभाग्य सुंदरी व्रत (Saubhagya Sundari Vrat) को लेकर यहां दी गई जानकारी पौराणिक मान्ताओं, प्रवचनों और पंचांग पर आधारित है. इसे लेकर Zee MPCG कोई दावा नहीं करता है. इसके लिए आप इसके संबंधित विशेषज्ञ से मिल सकते हैं.