छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री आज दुर्ग दौरे पर थे. इस दौरान उन्होंने बीजेपी विधायक पर जमकर पलटवार किया. वहीं चीन में बढ़ रहे कोविड-19 केस को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार से कहा कि सबसे पहले चीन से आने वाली फ्लाइट को रद्द किया जाए और जो भी लोग विदेशों से आ रहे हैं उन्हें क्वारंटाइन किया जाए.
Trending Photos
हितेश शर्मा दुर्गः छत्तीसगढ़ में सतनामी समाज के प्रवर्तक बाबा गुरु घासीदास जी की 266 वी जयंती समारोह मनाई जा रही है. दुर्ग जिले की पाटन विधानसभा अंतर्गत जमराव ग्राम में आयोजित इस समारोह में प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल प्रमुख रूप से उपस्थित हुए. जहां उन्होंने मनखे मनखे एक समान का संदेश देने वाले बाबा घासीदास की पूजा आराधना कर समाज के लोगो से मेल मुलाकात की
गुरु घासीदास सेवा समिति द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सर्वप्रथम सतनाम जैत खाम पहुंचकर बाबा गुरु घासीदास के तैलय चित्र पर माल्यार्पण कर पूजा आराधना की गई. इसके पश्चात समाज के लोगों से मुलाकात करने मंच पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूर्व मंत्री और विधायक बीजेपी के नेता अजय चंद्राकर पर पलटवार किया.
गौरतलब है कि अजय चंद्राकर द्वारा पिछले कुछ दिनों से दुर्ग जिले में कांग्रेस हटाओ छत्तीसगढ़ बचाओ रैली का संचालन किया जा रहा है. जहां वे मंच से छत्तीसगढ़ की सरकार और गृह मंत्री पर हमलावर है. उन्होंने सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं तो वहीं अजय चंद्राकर की सभा में पत्थरबाजी होने के बाद कल दुर्ग में विधायक अजय चंद्राकर हेलमेट पहनकर आम सभा में शामिल हुए थे.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अजय चंद्राकर पर तंज कसते हुए कहा कि अजय चंद्राकर को उनकी पार्टी यानी भाजपा के तरफ से न तो नेता प्रतिपक्ष बनाया जा रहा है, और न ही प्रदेश अध्यक्ष. इसलिए जब वे सभाओं में जाते हैं तो न उनकी सभाओं में लोगों की भीड़ होती है. न ही मीडिया कवरेज मिल रहा है. इसलिए अजय चंद्राकर को झूठे हथकंडे अपनाना पड़ रह है. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि छत्तीसगढ़ में अमन चैन का माहौल है और जहां भी अपराध होता है. पुलिस उचित कार्यवाही करती है. वहीं चाइना में लगातार बढ़ रहे कोविड-19 के केस को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार से कहा कि सबसे पहले चीन से आने वाली फ्लाइट को रद्द किया जाए और जो भी लोग विदेशों से आ रहे हैं उन्हें क्वारंटाइन किया जाए उसके बाद ही देश में कोई फैसला लेना चाहिए.
ये भी पढ़ेंः CG Sarkari Naukri: आरक्षण विधेयक पर साइन नहीं होने की वजह से रुकी भर्तियां, इन परीक्षाओं के फंसे नतीजे