Loksabha Election 2024: लोकसभा चुनाव को लेकर इंडिया गठबंधन अब रफ्तार पकड़ता दिख रहा है. समाजवादी पार्टी के बाद कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी के साथ भी सीट शेयरिंग फार्मूला तय कर लिया है.
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Loksabha Election 2024: लोकसभा चुनाव को लेकर इंडिया गठबंधन अब रफ्तार पकड़ता दिख रहा है. समाजवादी पार्टी के बाद कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी के साथ भी सीट शेयरिंग फार्मूला तय कर लिया है. सूत्रों की मानें तो कांग्रेस-आप में दिल्ली के साथ-साथ अन्य राज्यों में भी सीट बंटवारे पर डील फाइनल हो गई है. सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस और आप, दोनों ही दलों ने अभी आधिकारिक बयान नहीं दिया है.
दिल्ली में आप-कांग्रेस एक साथ
बता दें कि आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच सीट बंटवारे को लेकर कई मीटिंग हो चुकी हैं. सीटों की संख्या को लेकर दोनों दलों के बीच सहमति नहीं बन पा रही थी. लेकिन अब दोनों दलों के बीच सीटों का बंटवारा हो चुका है. सूत्रों की मानें तो दिल्ली में आम आदमी पार्टी 4 सीटों पर और कांग्रेस 3 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. याद दिला दें कि 2014 और 2019 के चुनाव में भाजपा ने एक के बाद एक दिल्ली की सभी सात सीटें जीती थीं. दिलचस्प बात यह है कि 2019 में भाजपा उम्मीदवारों को कांग्रेस और AAP उम्मीदवारों की संयुक्त संख्या से अधिक वोट मिले थे.
दिल्ली में कैसे हुई सीट शेयरिंग
इसमें कहा गया है कि दिल्ली की साउथ, नॉर्थवेस्ट, नई दिल्ली और वेस्ट दिल्ली से आम आदमी पार्टी चुनाव लड़ेगी. चांदनी चौक, ईस्ट दिल्ली और नार्थ ईस्ट सीट से कांग्रेस अपने उम्मीदवार उतारेगी. वहीं, गुजरात में कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी को दो सीट देने की बात कही है. कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी को भरूच और भावनगर सीट देने की बात कही है.
पंजाब में दोनों पार्टियों की राहें जुदा
वहीं, गोवा की बात करें तो आम आदमी पार्टी साउथ गोवा सीट से अपना उम्मीदवार उतारने की घोषणा की थी. लेकिन अब आप ने कांग्रेस के लिए यह सीट छोड़ने का मन बना लिया है. इसके साथ ही चंडीगढ़ की एक सीट भी आप ने कांग्रेस के लिए छोड़ दी है. वहीं, हरियाणा में कांग्रेस अपनी एक सीट आम आदमी पार्टी को देगी. लेकिन पंजाब में दोनों पार्टियां का राह जुदा है. दोनों ही दलों ने पंजाब में अलग-अलग चुनाव लड़ने का ऐलान किया है.
पहले नहीं बन पा रही थी बात
इससे पहले सप्ताह की शुरुआत में आप के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि गठबंधन पर बातचीत में देरी हुई है. अगले एक या दो दिनों में बातचीत से सीट बंटवारे पर सहमति बन सकती है. कुछ दिनों पहले AAP ने कांग्रेस को दिल्ली में एक लोकसभा सीट की भी पेशकश की थी. एक सीट की पेशकश के पीछे आप ने कांग्रेस के पिछले चुनाव ट्रैक रिकॉर्ड का हवाला दिया था.
आप ने गुजरात में मांगी थी 8 सीटें
इससे पहले, आप ने कहा था कि वह गुजरात, हरियाणा, दिल्ली और गोवा में समझौते के लिए इंडिया गठबंदन के सहयोगियों के साथ बातचीत कर रही है. पार्टी पहले ही पंजाब में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला कर चुकी है. आप नेता संदीप पाठक ने हाल ही में कहा था कि पार्टी ने गुजरात में कांग्रेस से 26 लोकसभा सीटों में से आठ की मांग की है. उन्होंने कहा कि आप ने गुजरात में पिछले विधानसभा चुनाव में कुल 13 प्रतिशत वोट पाकर पांच सीटें जीती थीं. पाठक ने यह भी कहा था कि अगर दिल्ली में सीट बंटवारे पर जल्द फैसला नहीं हुआ तो उनकी पार्टी अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर देगी.