K Kavitha: आरोप हैं कि के कविता आबकारी नीति 2021-22 को बनवाने और लागू करवाकर अवैध लाभ प्राप्त करने के लिए सरकारी अधिकारियों को रिश्वत देने में शामिल हैं. के कविता से जब इंडो स्पिरिट्स में हिस्सेदारी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने झूठ बोला है.
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Delhi Liquor Scam: दिल्ली शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में के कविता तो प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत में भेज दिया है. तेलंगाना के पूर्व सीएम केसीआर की बेटी और भारत राष्ट्र समिति की नेता के कविता को 23 मार्च तक के लिए ईडी की हिरासत में भेजा है. इसी बीच कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं. के कविता को रिमांड पर लेने के लिए ED ने जो रिमांड नोट कोर्ट को दिया उसमें बताया गया कि ED के रिमांड नोट के मुताबिक के कविता दिल्ली एक्साइज घोटाले की मुख्य साजिशकर्ता और लाभार्थियों में से एक हैं.
असल में के कविता ने दक्षिण समूह के अन्य सदस्यों सरथ रेड्डी, राघव मगुंटा, एमएस रेड्डी के साथ और AAP के बड़े नेताओं के साथ साजिश रची और उन्हें 100 करोड़ रुपये दिए और बदले में दिल्ली शराब पुलिस को अपने तरीके से बनवाने और लागू कर फायदा फायदा कमाया गया. कविता ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और तत्कालीन उपमुख्यमंत्री और आबकारी मंत्री मनीष सिसौदिया के साथ एक सौदा किया, जिसमें उन्होंने दक्षिण समूह के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर बिचौलियों के जरिए उन्हें रिश्वत दी.
हिस्सा किकबैक के रूप में वापस..
आप के नेताओं को दी गई रिश्वत के बदले में उन्हें अपने हिसाब से बनवाने, उसमें बदलाव करने के अधिकार मिल गए. पर्याप्त निवेश किए बिना उन्हें अपने डमी अरुण पिल्लई के जरिए से इंडोस्पिरिट्स में हिस्सेदारी मिल गई. पॉलिसी में थोक विक्रेताओं के लिए लाभ मार्जिन 5% से बढ़ाकर 12% कर दिया गया ताकि इस मार्जिन में से एक हिस्सा किकबैक के रूप में वापस लिया जा सके. यह थोक विक्रेताओं से लगातार रिश्वत के रूप में रिश्वत लेने का जरिया बन गया.
'कैश से भरे दो भारी बैग इकठ्ठा किए'
गिरफ्तार के कविता के एक कर्मचारी के 8 जुलाई 2023 के बयान से पता चला कि उसने अभिषेक बोइनपल्ली के कहने पर दिनेश अरोड़ा के दफ्तर से कैश से भरे दो भारी बैग इकठ्ठा किए और विनोद चौहान को दिए. एक अन्य मौके पर उसने फिर से टोडापुर के एक पते से कैश से भरे दो ऐसे बैग इकठ्ठा किए और फिर से विनोद चौहान को दे दिए. विनोद चौहान ने इसे हवाला के जरिये गोवा में चुनाव प्रचार के लिए आप को ट्रांसफर किया.
पूछा गया तो उन्होंने झूठ बोला..
इस तरह यह साफ है कि के कविता आबकारी नीति 2021-22 को बनवाने और लागू करवाकर अवैध लाभ प्राप्त करने के लिए सरकारी अधिकारियों को रिश्वत देने में शामिल है. के कविता से जब इंडो स्पिरिट्स में हिस्सेदारी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने झूठ बोला, उन्होंने कोई शेयर या हिस्सेदारी होने से इनकार किया. हालाँकि बुच्ची बाबू और राघव मुगांता के बीच व्हाट्स ऐप चैट से पता चला कि उन्हें इंडो स्पिरिट्स में 33% हिस्सेदारी मिल रही थी. व्हाट्स ऐप चैट देखने के बाद भी उन्होंने इससे इनकार किया.
फोन जबरन जब्त कर लिए गए थे..
रिट याचिका में के कविता ने कहा है कि उनके फोन जबरन जब्त कर लिए गए थे, जिसमें 21 मार्च 2023 को वह खुद जांच के लिए 9 मोबाइल फोन लेकर आई थीं और इसका काफी राजनीतिक दिखावा किया था. 21 मार्च 2023 को अपने स्वयं के बयान में उसने कहा कि वह इन मोबाइल फोनों को जांच के लिए जमा कर रही है. इसके अलावा उसे एक मोबाइल फोन खोलने के लिए कहा गया, जिसे 11 मार्च 2023 को जब्त कर लिया गया था. उसने कुछ चैट को स्वीकार करने से इनकार कर दिया, जिसमें कुछ संस्थाओं के साथ उनके जुड़े होने के सबूत थे.
के कविता ने अपने मोबाइल से सबूत नष्ट किए
11 मार्च 2023 को उन्होंने बताया गया कि वह व्हाट्स ऐप और फेसटाइम का उपयोग करती है, इन ऐप्स में कोई डेटा नहीं था. वह इस सवाल को टाल गईं. 21 मार्च 2023 को अपने बयान की रिकॉर्डिंग के दौरान के कविता ने 9 मोबाइल फोन पेश किए. शुरुआती जांच में पता चला कि ये फोन फॉर्मेट किए गए हैं और इनमें कोई डेटा नहीं है. जब उससे पूछा गया कि क्या उसने इन फोन को फॉर्मेट किया है तो उसने ऐसा करने से इनकार कर दिया.
उसने कहा कि ये फोन उसके कर्मचारियों के पास थे और वह उन्हें ईडी को पेश करने के लिए अपने कर्मचारियों से वापस लाई थी. यह पूछे जाने पर कि उन फोन में डेटा किसने और किसके कहने पर हटाया, के कविता टालमटोल कर रही और कुछ नहीं बताया. इसके अलावा, इन 10 फोन के डेटा को हासिल करने और फोरेंसिक जांच के लिए एनएफएसयू को भेजा गया था.
रिपोर्ट के अनुसार, इनमे से 4 फोन का डेटा फॉर्मेट कर दिया गया था ,ये तब हुआ जब उन्हें 11 मार्च 2023 को समन देकर कहा गया था कि वो पिछले 2 साल में यूज किए गए अपने फोन साथ लेकर. इस तरह से ये पूरी तरह साफ है कि के कविता ने इस घोटाले में अपनी भूमिका और भागीदारी को छुपाने के लिए डिजिटल सबूतों को सक्रिय रूप से नष्ट कर दिया है.