'रिटायरमेंट' के बाद क्या करते हैं और कहां रहते हैं पूर्व राष्ट्रपति, क्या-क्या मिलती हैं सुविधाएं?
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'रिटायरमेंट' के बाद क्या करते हैं और कहां रहते हैं पूर्व राष्ट्रपति, क्या-क्या मिलती हैं सुविधाएं?

देश के 14वें राष्ट्रपति के रूप में रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) का आज विदाई समारोह था. संसद के सेंट्रल हॉल में उनका विदाई कार्यक्रम रखा गया. उन्होंने कहा कि इस पद पर आप सबने जिस प्रकार निरंतर सम्मान दिया है, उसकी मैं सराहना करता हूं. मेरी शुभकामना है कि आप सब, समाज व राष्ट्र को और अधिक मजबूत बनाने के अपने प्रयासों में, सफलता प्राप्त करें.

'रिटायरमेंट' के बाद क्या करते हैं और कहां रहते हैं पूर्व राष्ट्रपति, क्या-क्या मिलती हैं सुविधाएं?

नई दिल्ली: देश के 14वें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल खत्म होने वाला है. 24 जुलाई को वो पदमुक्त हो जाएंगे. उनकी जगह द्रौपदी मुर्मू लेंगी. अब सवाल उठता है कि राष्ट्रपति भवन के बाद अब उनका आशियाना कहां होगा. उनको क्या-क्या सुविधाएं मिलेंगी. क्या काम करेंगे.

आपको बता दें कि पद छोड़ने के बाद राष्ट्रपति राष्ट्रपति कोविंद के आवास और उन्हें मिलने वाली सुविधाओं में भी बदलाव होगा. राष्ट्रपति भवन (President House) छोड़ने से पहले ही उनके नए आवास की चर्चा जोरों पर थी. उनके नये घर का पता है- 12 जनपथ. यही महामहिम कोविंद का अगला आशियाना होगा. इस नए आवास का रेनोवेशन अप्रैल में किया गया था. रिटायरमेंट के बाद वो यहीं रहेंगे. हालांकि अभी तक आधिकारिक पुष्टि होना बाकी है. यह केंद्र सरकार के अधीन पीडब्लूडी करता है.

अब सवाल उठता है कि कार्यकाल खत्म होने के बाद राष्ट्रपति क्या काम करते हैं. तो आपको बता दें कि राष्ट्रपति का कार्यकाल खत्म होने के बाद उन्हें तमात तरह की सुविधाएं मिलती हैं. इसके लिए बाकायदा एक एक्त पारित हुआ था. यह प्रेसिडेंट इमॉल्यूमेंट्स एक्ट 1951 है. इसमें राष्ट्रपति को मिलने वाली सुविधाओं के बारे में बताया गया है. एक्ट के तहत राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को ताउम्र रेल और फ्लाइट यात्रा मुफ्त मिलेगी. उनके साथ एक स्टाफ भी जा सकता है. 

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पेंशन के रूप में 5 लाख
प्रेसिडेंट इमॉल्यूमेंट्स एक्ट-1951 के मुताबिक कार्यकाल खत्म होने के बाद राष्ट्रपति को हर महीने पेंशन के रूम में 5 लाख की राशि मिलती है. इसके अलावा राष्ट्रपति की पत्नी को 30 हजार रुपये प्रति महीने बतौर सचिवीय सहायता के तौर पर दिया जाता है.

फर्निश्ड सरकारी बांगला
रहने के लिए सरकारी बंगला दिया जाता है, वो भी पूरी तरह से फर्निश्ड होता है. 5 नौकर भी होंगे. जिनका खर्च सरकार वहन करती है. 

सिक्योरिटी और स्टाफ
राष्ट्रपति के कामकाज के लिए 2 सचिव और सुरक्षा के लिए दिल्ली पुलिस के दो जवान मिलते हैं. इसके अलावा 5 लोगों का पर्सनल स्टाफ होगा.

कार और ड्राइवर
देश के प्रथम नागरिक के रूप में सेवा दे चुके शख्सियत को सरकार की ओर से एक कार और एक ड्राइवर दिया जाता है. इसकी सैलरी और पेट्रोल का खर्च भी सरकार ही उठाती है. हर माह गाड़ी के लिए 250 लीटर पेट्रोल दिया जाता है.

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मोबाइल से लेकर लाइट-पानी आजीवन फ्री
राष्ट्रपति कोविंद के आवास के लिए 2 लैंडलाइन, 1 मोबाइल और 1 इंटनेट कनेक्शन मिलेगा. इंटरनेशनल रोमिंग फ्री होती है. घर में पानी और बिजली मुफ्त मिलेगी. इन सबका खर्चा भारत सरकार उठाती है.

लाइफटाइम फ्री टिकट
इतना ही नहीं, ट्रेन और फ्लाइट में लाइफटाइम फ्री टिकट दिया जाता है. भारत के सेवानिवृत्त राष्ट्रपति आजीवन देश में कहीं भी नि:शुल्क आवास, पानी और बिजली की सुविधा पाने का अधिकार है. उन्हें यह सुविधाएं प्रेसिडेंट पेंशन रूल्स 1962 के तहत दी जाती हैं.

रिटायरमेंट के बाद क्या करते हैं पूर्व राष्ट्रपति
इस बारे में वरिष्ठ पत्रकार संतोष सिंह बताते हैं कि रिटायरमेंट के बाद पूर्व राष्ट्रपति को सरकार की ओर से किसी तरह का कोई पद नहीं दिया जाता है. हालांकि सरकार चाहे तो उन्हें कहीं भी अपना दूत बनाकर भेज सकती है, लेकिन राष्ट्रपति के पद की गरिमा को ध्यान में रखते हुए ऐसा देखने को नहीं मिला है. क्योंकि राष्ट्रपति देश का प्रथम नागरिक होता है. इसलिए उन्हें इसके बाद किसी भी पद पर बैठाया जाए, वो छोटा ही होगा. अगर पूर्व राष्ट्रपति चाहें तो वह अपनी मर्जी से कुछ भी करने को स्वतंत्र होते हैं. जैसे कार्यकाल खत्म करने के बाद पूर्व एपीजे अब्दुल कलाम एकेडमिक्स में चले गए थे. प्रणब मुखर्जी ने अपने नाम से फाउंडेशन खड़ा किया था. वो आखिर समय तक उसी में सेवा दे रहे थे. 

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