अपनी एक्टिंग से लोगों के मन को मोहने वाला एक्टर पंकज त्रिपाठी आज अपना 46वां जन्मदिन मना रहा है. पंकज त्रिपाठी बॉलीवुड के वो सितारा हैं जिसे किसी पहचान की जरूरत नहीं हैं, लेकिन एक ऐसा भी समय था जब उन्हें कोई नहीं जानता था और अपने सपनों को पूरा करने के लिए उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा था.
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Pankaj Tripathi Birthday: देश के वर्सटाइल एक्टर्स की बात होती है तो पंकज त्रिपाठी का नाम जरूर लिया जाता है. अपनी एक्टिंग से लोगों के मन को मोहने वाला यह एक्टरआज अपना 46वां जन्मदिन मना रहा है. पंकज त्रिपाठी बॉलीवुड का वो सितारा हैं जिसे किसी पहचान की जरूरत नहीं है, लेकिन एक ऐसा भी समय था जब उन्हें कोई नहीं जानता था और अपने सपनों को पूरा करने के लिए उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा था. लेकिन अब जहां गए वहां उन्होंने अपने किरदार की ऐसी छाप छोड़ी की लोग उनके दीवाने हो गए. इसी कड़ी में आज अभिनेता के जन्मदिन के मौके पर हम आपको उनकी जिंदगी से जुड़ी कुछ बातें बताने जा रहे हैं.
गांव से एक्टिंग की हुई शुरुआत
पंकज त्रिपाठी जन्म बिहार के गोपालगंज जिले के बेलसंड गांव में हुआ था. इनको बचपन से ही एक्टिंग का शौक था. ऐसे में वह गांव के नाटकों में लड़की का किरदार निभाने लगे, जिसे लोग काफी पसंद करते थे. पंकज नाटक में की एक्टिंग गांववालों को इतनी अच्छी लगती थी कि लोग उन्हें बॉलीवुड एक्ट्रेसेस के लिए खतरा बताते थे. लेकिन जब वह बड़े हुए तो उन्होंने थिएटर ज्वाइन किया. थिएटर के लिए उनको घर से पैसे नहीं मिलते थे. इसलिए थिएटर से जुड़े रहने के लिए रात में वह होटल में काम करते और सुबह वह थिएटर जाते थे.
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कॉलेज के दौरान जेल गए पंकज
पंकज त्रिपाठी कॉलेज के दिनो राजनीति में काफी दिलचस्पी रखते थे. उन्होंने हिंदी से ग्रेजुएशन किया था और वह छात्र संगठन एबीवीपी का हिस्सा थे. ऐसे में एक बार वह किसी आंदोलन में हिस्सा ले रहे थे, जिसके वजह से उन्हें एक हफ्ते तक जेल में रहना पड़ा था. इसके बाद उन्होंने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (National School of Drama) में अपना सफर शुरू किया और 2004 में पढ़ाई पूरी कर मुंबई जाने का मन बना लिया. एक्टिंग की दुनिया में अपना लक आजमाया.
मुंबई आए तो झेली आर्थिक तंगी
नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के बाद पंकज त्रिपाठी ने मंबई का रुख किया. उस दौरान उनके पास 46 हजार रुपये थे, जो दिसंबर तक 10 हजार ही बचे थे. एक बार इंटरव्यू के दौरान पंकज ने अपने संघर्ष के दिनों को याद करते हुए कहा था कि 2004 में उन्होंने मृदुला से शादी की थी. पत्नी मृदुला का जन्मदिन था उस दिन और मेरे पास न तो केक और न ही गिफ्ट के लिए पैसे थे. जब वह कुछ काम नहीं करते थे, तो उनकी पत्नी ही घर का खर्चा चलाती थीं और दोनों की एक बेटी आशी त्रिपाठी है.
पंकज ने मनोज बाजपेयी की चुराई थी चप्पल
फिल्मों में एक्टिंग करने से पहले पंकज त्रिपाठी पटना के मौर्या होटल में काम करते थे. उस दौरान मनोज बाजपेयी उस होटल में रुकने के लिए आए थे. उस समय मनोज बायपेयी अपनी चप्पल छोड़ गए थे, स्टाफ से मिन्नतें करने के बाद उन्होंने वो चप्पल अपने पास रख ली, क्योंकि वो मनोज को अपना बहुत बड़ा गुरू मानते थे.
'गैंग्स ऑफ वासेपुर' से चमकी पंकज की किस्मत
बता दें कि पंकज त्रिपाठी ने साल 2004 में ही बॉलीवुड डेब्यू किया था. उनकी पहली फिल्म 'रन' थी, जिसमें उन्होंने छोटा सा किरदार निभाया था. इस फिल्म के बाद वह कई फिल्मों में छोटे-छोटे रोल में नजर आए. 2012 में आई 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' से किस्मत के सितारे चमके. इस फिल्म में उनके किरदार सुल्तान कुरैशी को दर्शकों का खूब प्यार मिला, जिसके बाद वह पहचाने जाने लगे. इसके बाद उन्होंने कई फिल्मों और वेब सीरीज में बेहतरीन एक्टिंग की. लेकिन ओटीटी प्लेटफॉर्म्स ने उनकी किस्मत बदल दी. फिर चाहे 'मिर्जापुर' के कालीन भैया हों या 'क्रिमिनल जस्टिस' के माधव मिश्रा, हर वेब सीरीज में उन्होंने अपनी एक्टिंग से लोगों का दिल जीत लिया. वहीं, सेक्रेड गेम के गुरुजी बनकर भी छा गए थे. इसके अलावा वह 'लूका छुपी', 'न्यूटन', 'बरेली की बर्फी', 'गुड़गांव' और गुंजन सक्सेना, फुकरे समेत कई फिल्मों में नजर आए हैं.