प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले बहादुरों को नई दिल्ली में गणतंत्र दिवस समारोह की शुरुआत करते हुए राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की.
समारोह का नेतृत्व करते हुए पीएम मोदी ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की और देश ने अपने बहादुरों को याद किया. पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद, कमांडर अमित राठी ने 06 बिगुलरों के साथ 21 आंतरिक गार्डों से युक्त इंटर-सर्विसेज गार्ड का नेतृत्व करते हुए सलामी शास्त्र की कमान दी, जिसके बाद शोक शास्त्र की कमान दी गई.
इस गणतंत्र दिवस समारोह की भव्यता को जारी रखने के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य गणमान्य सलामी मंच की ओर बढ़ेंगे. परंपरा के अनुसार, राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा, उसके बाद राष्ट्रगान होगा और स्वदेशी हथियार प्रणाली 105 मिमी लाइट फील्ड गन का उपयोग करके 21 तोपों की सलामी दी जाएगी.
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबिआंतो ने मुख्य अतिथि के रूप में इस अवसर की शोभा बढ़ाई। इस वर्ष परेड में 16 राज्य सरकार और केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्र सरकार के 10 मंत्रालयों और विभागों की झांकियां 'स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास' को उजागर करेंगी.
ध्वज फॉर्मेशन में 129 हेलीकॉप्टर यूनिट के एमआई-17 1वी हेलिकॉप्टरों द्वारा पुष्प वर्षा की जाएगी इंडोनेशिया की सैन्य अकादमी की मार्चिंग टुकड़ी भी परेड में हिस्सा लेगी, जिसमें 152 सदस्य और सैन्य बैंड के 190 सदस्य शामिल होंगे. समारोह का समापन राष्ट्र गान और संविधान के 75 साल पूरे होने को दर्शाने वाले आधिकारिक लोगों वाले बैनर वाले गुब्बारे छोड़ने के साथ होगा.