साइबर सिटी गुरुग्राम में पानी को तरस रहे लोग, अधिकारी नहीं ले रहे कोई एक्शन
Advertisement
trendingNow0/india/delhi-ncr-haryana/delhiharyana1500628

साइबर सिटी गुरुग्राम में पानी को तरस रहे लोग, अधिकारी नहीं ले रहे कोई एक्शन

हरियाणा के गुरुग्राम में लोग पीने को पानी के लिए मोहताज हो गए हैं. यहां के एक गांव में पानी की भारी किल्लत है. यहां 1000 फीट की गहराई में भूजल स्तर नीचे पहुंच गया है.

 साइबर सिटी गुरुग्राम में पानी को तरस रहे लोग, अधिकारी नहीं ले रहे कोई एक्शन

देवेंद्र भारद्वाज/गुरुग्राम: साइबर सिटी गुरुग्राम लगातार विकास की नई इबादत लिख रहा है, लेकिन इस बीच गुरुग्राम के मानेसर इलाके में एक गांव ऐसा भी है. जहां पानी की भारी किल्लत है. यही नहीं 1000 फीट की गहराई में भूजल स्तर नीचे पहुंच गया है.

ये भी पढ़ें: सुहागरात पर पत्नी के साथ किया अप्राकृतिक Sex, सास ने नहीं लिया पक्ष तो थाने पहुंची बहू

गुरुग्राम का मानेसर इलाका सबसे बड़ा औद्योगिक क्षेत्र है, लेकिन इस इलाके में खो गांव में भारी पानी की किल्लत है. इस गांव में किरायेदारों की भी भारी तादाद है, जिसके चलते यहां की आबादी भी गांव की आबादी से कहीं ज्यादा अधिक हो गई है.

इस गांव में पानी की भारी किल्लत है नगर निगम मानेसर की तरफ से कोई कदम नहीं उठाए गए हैं. इसके चलते यहां पानी की सप्लाई न के बराबर हैं, लेकिन यहां के लोग पानी की आपूर्ति के लिए किराए पर पानी के टैंकर मंगाकर अपना गुजर-बसर कर रहे हैं.

गांव के लोगों को पानी की आपूर्ति के लिए पानी के टैंकर किराए पर लगभग 1500 में मंगाना पड़ता है. गांव के लोगों को एक परेशानी और झेलनी पड़ रही है. यहां के लोगों की जमीन औद्योगिक क्षेत्र में चली गई, जिसके चलते अब एकमात्र किराए का सहारा है, लेकिन पानी की कमी के चलते अब यहां से किराएदार भी पलायन करने को मजबूर हैं.

गांव के लोगों की तरफ से बार-बार मानेसर नगर निगम के अधिकारियों को इस समस्या के बारे में अवगत कराया गया, लेकिन अभी तक कोई भी समाधान निकल कर नहीं आया है. इसके चलते लोगों को हजारों रुपये पानी पर खर्च कर अपना गुजर-बसर करना पड़ रहा है.

लोगों की मांग है कि यह सबसे बड़ा औद्योगिक क्षेत्र है, जिसके चलते किरायेदारों की संख्या भी यहां बड़ी तादाद में है. इसके चलते यहां नगर निगम को बेहतर कदम उठाने चाहिए और यदि यहां पहले ही नहर की व्यवस्था कर दी जाती तो आज भूजल स्तर इतना नीचे नहीं जाता.